New Expressway: दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे भारत के आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर का शानदार उदाहरण है। यह 210 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेसवे जनवरी 2025 से आम जनता के लिए खोल दिया जाएगा। इसके शुरू होने के बाद पहाड़ों के बीच ड्राइविंग का असली रोमांच मिलेगा। इस प्रोजेक्ट के तहत दिल्ली से देहरादून की दूरी, जिसे तय करने में पहले 6-7 घंटे लगते थे, अब महज 2.5 घंटे में पूरी होगी।
इस नए एक्सप्रेसवे से इटावा, मैनपुरी, फर्रुखाबाद, शाहजहाँपुर और हरदोई जुड़ेंगे। इस लिंक हाईवे के बन जाने से पूर्वाचल से लेकर पश्चिम तक के लोगों के लिए आवागमन बहुत आसान हो गया है। इतना ही नहीं, इन जिलों के आसपास के छोटे-बड़े जिलों को भी इसका फायदा मिलेगा.
इस हाईवे से इटावा के 3 गांव, कन्नौज के 2 और मैनपुरी के 29 गांव, फर्रुखाबाद के 35 गांव, शाहजहांपुर के 2 गांव और हरदोई के 4 गांव जुड़ेंगे. फिलहाल इस हाईवे को 6 लेन बनाया जाएगा लेकिन यह काफी बड़ा होगा तो इसे 8 लेन भी बनाया जा सकता है।
इटावा के कुदरैल गांव में लखनऊ-आगरा हाईवे को बुंदेलखंड हाईवे और गंगा हाईवे से जोड़ने वाले इस लिंक हाईवे का निर्माण शुरू हो चुका है। निर्माण के लिए सरकार की मंजूरी मिलने के बाद यूपीईआईडीए ने तैयारी शुरू कर दी है।
यूपी में फिलहाल 15 एक्सप्रेसवे हैं और कुछ ही दिनों में यूपी का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे गंगा भी वाहनों के लिए खोल दिया जाएगा. लगभग 594 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेसवे 302 किलोमीटर लंबे आगरा लखनऊ एक्सप्रेसवे से जुड़ा होगा। प्रदेश के इन हाईटेक राजमार्गों को जोड़ने का काम इटावा-हरदोई लिंक एक्सप्रेस-वे द्वारा किया जाएगा।
हरदोई-इटावा लिंक एक्सप्रेस-वे के शाहजहाँपुर, सीतापुर, लखीमपुर खीरी सहित नेपाल सीमा से लगे जिलों के लोग बुन्देलखण्ड क्षेत्र के जिलों में जाने के लिए इस एक्सप्रेस-वे का उपयोग करेंगे। आगरा और गंगा एक्सप्रेसवे के यात्री भी इस हाईवे लिंक का उपयोग कर सकेंगे। हाईवे के निर्माण के साथ गंभीरी, रामगंगा और गंगा नदियों पर पुल बनने से भी क्षेत्र के लोगों को फायदा होगा।