Jaya Kishori Marriage: कथा वाचक जया किशोरी का नाम आज पूरी दुनिया में मशहूर है। उनकी कथाएं और भजन सुनने के लिए हर उम्र के लोग उमड़ पड़ते हैं। जया किशोरी का मानना है कि मनुष्य का चरित्र उसकी सबसे बड़ी पूंजी है और इसे श्रेष्ठ रखना चाहिए। उनका जीवन और विचारधारा उनके अनुयायियों के लिए प्रेरणादायक है।
जया किशोरी का प्रारंभिक जीवन
जया किशोरी का जन्म राजस्थान के चूरू जिले में नहीं, बल्कि कोलकाता में हुआ था। हालांकि उनके माता-पिता मूल रूप से राजस्थान के चूरू जिले के सुजानगढ़ के रहने वाले हैं। जया का बचपन का नाम जया शर्मा था और उनका परिवार अभी भी कोलकाता में रहता है। जया ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा कोलकाता में ही पूरी की और वहीं से बीकॉम की डिग्री हासिल की।
धार्मिक वातावरण और प्रारंभिक रुचि
जया किशोरी को अपने घर पर ही धार्मिक वातावरण मिला। जिससे उन्होंने बहुत छोटी उम्र से ही भजन और कथा गायन में रुचि दिखानी शुरू कर दी थी। पहली बार उन्होंने नरसी जी को मायरो कथा की। जया किशोरी अपना गुरु स्वामी रामसुखदासजी महाराज को मानती हैं। उनकी अध्यात्मिक यात्रा की शुरुआत उनके परिवार की प्रेरणा और समर्थन से हुई थी।
सोशल मीडिया पर लोकप्रियता
जया किशोरी की सोशल मीडिया पर बहुत बड़ी फैन फॉलोइंग है। हर दिन उनके वीडियोज को लाखों लोग देखते और सुनते हैं। जया किशोरी का कहना है कि वे सोशल मीडिया की वजह से लोकप्रिय नहीं हुई। बल्कि वे पहले से ही कथाएं कर रही थी। सोशल मीडिया ने केवल उनकी लोकप्रियता को और बढ़ाया है। उनकी वीडियोज और भजनों की सरलता और शांति लोगों के दिलों को छू जाती है।
धार्मिक कार्यों में योगदान
जया किशोरी अपनी कमाई का आधे से ज्यादा हिस्सा धार्मिक कार्यों के लिए दान करती हैं। वे मानती हैं कि उनकी सफलता और लोकप्रियता का उद्देश्य समाज के लिए कुछ अच्छा करना है। उनकी यह भावना उनके अनुयायियों को भी प्रेरित करती है कि वे भी समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी को समझें और योगदान दें।
संत या साध्वी नहीं, एक साधारण लड़की
जया किशोरी खुद को संत या साध्वी नहीं मानती हैं। बल्कि वे खुद को एक साधारण लड़की कहती हैं। उनकी आध्यामिक जीवन की सफलता में उनके माता-पिता का बहुत बड़ा योगदान है। जया किशोरी का कहना है कि यहां तक पहुंचने के लिए उन्होंने बहुत मेहनत की है और यह उनकी कड़ी मेहनत और समर्पण का परिणाम है।
विवाह पर जया किशोरी का विचार
विवाह को लेकर जया किशोरी का कहना है कि अगर बहुत समझदार और परिपक्व युवक मिलेगा, तो वे इस पर विचार करेंगी। उन्होंने कहा “शादी कब करूंगी, यह तय नहीं किया। फिलहाल मैंने इस तरफ ज्यादा नहीं सोचा है। अभी कई योजनाओं पर काम कर रही हूं, जिससे ध्यान नहीं भटकाना चाहती।” उनके इस बयान से स्पष्ट होता है कि वे अपने कार्यों और योजनाओं को प्राथमिकता दे रही हैं और विवाह को लेकर उन्होंने अभी कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया है।