Mustard Oil Purity: सरसों का तेल भारतीय रसोईघरों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. इसका उपयोग न सिर्फ खाना बनाने में बल्कि त्वचा और बालों की देखभाल में भी किया जाता है. यह तेल अपने एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुणों के लिए जाना जाता है, जो स्वास्थ्य के लिए कई तरह से लाभदायक सिद्ध होते हैं.
मिलावट की समस्या
दुर्भाग्यवश कुछ व्यापारी सरसों के तेल में मिलावट (adulteration in mustard oil) करते हैं. ताकि वे अधिक मुनाफा कमा सकें. यह मिलावट न सिर्फ स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है. बल्कि यह उपभोक्ता के भरोसे को भी तोड़ती है. इसलिए सरसों के तेल की शुद्धता की जांच परम आवश्यक है.
घर पर शुद्धता की जांच के तरीके
सरसों के तेल की शुद्धता (mustard oil purity test at home) की जांच करने के लिए कुछ घरेलू नुस्खे बेहद कारगर हैं. इन नुस्खों को अपनाकर आप घर बैठे ही तेल की क्वालिटी का परीक्षण कर सकते हैं.
फ्रिज में जमाकर परखें
एक छोटे बर्तन में थोड़ा सरसों का तेल लें और इसे फ्रिज में 2-3 घंटे के लिए रख दें. अगर तेल जमने लगे और इसमें सफेद दाग दिखाई दे (white patches in frozen mustard oil), तो यह संकेत है कि तेल में मिलावट की गई है.
हाथों की मदद से जांच
थोड़ा सरसों का तेल अपनी हथेलियों पर लें और इसे अच्छे से मलें. अगर तेल का रंग बदल जाए और इसमें से गंध आने लगे (change in color and smell of mustard oil), तो समझ लीजिए कि तेल में मिलावट है.
सफेद पेपर से जांच
दो बूंद सरसों का तेल सफेद पेपर पर डालें. अगर तेल अगर बराबर फैल जाए और कोई निशान न छोड़े (no stain mustard oil test) तो यह शुद्ध है.
नाइट्रिक एसिड से परीक्षण
समान मात्रा में नाइट्रिक एसिड और सरसों का तेल मिलाएं. अगर तेल का रंग ऑरेंज या लाल हो जाए (color change with nitric acid test) तो यह मिलावटी है.
उपभोक्ता के लिए जरूरी कदम
उपभोक्ताओं को अपने अधिकारों के प्रति सचेत रहना चाहिए और उत्पादों की क्वालिटी की जांच पर जोर देना चाहिए. यह न सिर्फ उनकी स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए आवश्यक है. बल्कि यह बाजार में ज्यादा मानकों को बढ़ावा देता है.