हरियाणा के गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (GMDA) ने सूबे के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की स्वीकृति के बाद एक बड़े इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट की तैयारी शुरू कर दी है। इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य मुंबई एक्सप्रेसवे से हरियाणा के तीन प्रमुख हाईवे को आपस में कनेक्ट करना है।
प्रोजेक्ट की लागत और भूमि अधिग्रहण
GMDA के इस महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट पर लगभग 7,300 करोड़ रुपये की लागत आएगी। इसमें से 80% धनराशि भूमि खरीदने के लिए उपयोग की जाएगी। यह निवेश भूमि अधिग्रहण और प्रोजेक्ट के निर्माण कार्य को सुचारू रूप से चलाने के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।
फीजिबिलिटी रिपोर्ट और टेंडर की तैयारी
GMDA ने प्रोजेक्ट की फीजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार करने के लिए एक कंसलटेंट नियुक्त किया है। जिसे इस महीने के अंत तक अपनी रिपोर्ट जमा करनी होगी। अगर सब कुछ योजना के मुताबिक चला तो दिसंबर से पहले इस प्रोजेक्ट के टेंडर जारी कर दिए जाएंगे। इस बड़े प्रोजेक्ट पर जनवरी-फरवरी महीने में काम शुरू होने की संभावना है।
मुंबई एक्सप्रेसवे से कनेक्टिविटी
इस प्रोजेक्ट के तहत हरियाणा के तीन प्रमुख एक्सप्रेसवे को मुंबई एक्सप्रेसवे से जोड़ा जाएगा। साथ ही दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे और द्वारका एक्सप्रेसवे को भी कनेक्ट किया जाएगा। इससे दिल्ली, फरीदाबाद, मेवात, मुंबई और गुजरात में कॉमर्शियल वाहनों के लिए सीधी कनेक्टिविटी होगी।
कॉमर्शियल वाहनों के लिए बड़ी सुविधा
GMDA ने बताया कि इस परियोजना के पूरा होने पर दिल्ली, फरीदाबाद, मेवात, मुंबई और गुजरात में कॉमर्शियल वाहनों के लिए सीधी कनेक्टिविटी होगी। दिल्ली-जयपुर एनएच 48, गुरुग्राम-अलवर 248 और गुरुग्राम-महरौली 148ए सीधे आपस में जुड़ जाएंगे। साथ ही दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस से भी जुड़ जाएंगे। यह नेशनल हाईवे 48 पर खैड़कीदौला के पास द्वारका एक्सप्रेसवे से भी जुड़ जाएगा।
द्वारका एक्सप्रेसवे के हिस्सों का विभाजन
द्वारका एक्सप्रेसवे का गुड़गांव वाला हिस्सा पहले ही फरवरी में खोला गया था। इस हिस्से को चार भागों में विभाजित किया गया है: पहला महिपालपुर के पास शिव मंदिर से द्वारका तक; दूसरा बजघेरा से अर्बन एक्सटेंशन रोड (UER) तक; तीसरा दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर से बसई रेल ओवरब्रिज तक और चौथा खेरकी दौला से बसई आरओबी तक।
विभिन्न राज्यों को मिलेगा लाभ
इस इंटरचेंज को मुंबई एक्सप्रेसवे से सीधे दिल्ली एयरपोर्ट, द्वारका, कुंडली, नरेला, बवाना और रोहणी से कनेक्ट किया जाएगा। इसके अलावा इस परियोजना से दिल्ली, गुड़गांव, राजस्थान, मेवात, गुजरात, हरियाणा, नारनौल और रेवाड़ी साइड के राष्ट्रीय राजमार्ग और राज्य राजमार्ग भी जुड़ेंगे।
वाणिज्यिक गतिविधियों को बढ़ावा
इस प्रोजेक्ट के पूरा होने पर विभिन्न राज्यों के बीच वाणिज्यिक गतिविधियों में बढ़ोतरी होगी। इससे ट्रांसपोर्टेशन के समय और खर्च में कमी आएगी। जिससे व्यापारियों और उद्योगपतियों को लाभ होगा।