Mughal Dynasty: मुगल शासक अपनी शादियों और ऐशोआराम के लिए प्रसिद्ध थे. लेकिन जब बात अपनी बेटियों की शादी की आती थी, तो वे बेहद सतर्क रहते थे. उन्होंने हमेशा अपनी बेटियों की शादी अपने ही सगे संबंधियों से की. जिससे सत्ता परिवार में ही बनी रहे और किसी बाहरी व्यक्ति को सत्ता संभालने का मौका न मिले.
बादशाह अकबर की नीतियां और परंपराएं (Emperor Akbar’s Policies and Traditions)
इस नीति की शुरुआत बादशाह अकबर ने की थी. उनका मानना था कि सत्ता हमेशा किसी मुगल के हाथ में ही रहनी चाहिए. इसलिए उन्होंने अपनी बेटियों की शादी के लिए सगे संबंधियों को ही चुना, जिससे शासन की स्थिरता और सुरक्षा सुनिश्चित हो सके.
शाहजहां और उनकी बेटी जहांआरा (Shah Jahan and His Daughter Jahanara)
एक मुगल शासक जिसकी क्रूरता उसकी बेटी जहांआरा की जीवनी में व्यापक रूप से दर्ज है, वह थे शाहजहां. शाहजहां ने अपनी बेटी के लिए कभी भी शादी की व्यवस्था नहीं की क्योंकि उन्हें यह डर था कि उनकी बेटी का पति उनकी सत्ता पर कब्जा कर लेगा.
फ्रांसीसी चिकित्सक फ्रेंकोइस बर्नियर की रिपोर्ट (François Bernier’s Report)
फ्रेंकोइस बर्नियर जो कि एक फ्रांसीसी चिकित्सक के साथ-साथ एक राजनीतिक दार्शनिक और इतिहासकार भी थे. फ्रेंकोइस बर्नियर ने शाहजहां और जहांआरा के बारे में कई दिलचस्प जानकारियां अपनी किताब में दर्ज कीं. उन्होंने लिखा है कि शाहजहां अपनी बेटी से बहुत प्यार करते थे और उन्हें यह स्वीकार नहीं था कि कोई भी मर्द उनकी बेटी के नजदीक जाए.
जहांआरा की रक्षा और उनके आशिक की सजा (Protection of Jahanara and Her Lover’s Punishment)
जहांआरा की जिंदगी में एक घटना घटी जब उनके आशिक ने सभी पहरे को पार करते हुए उनसे मिलने की कोशिश की. इस घटना की जानकारी जब शाहजहां को हुई, तो उन्होंने बेहद क्रूर सजा का आदेश दिया. बादशाह ने जहांआरा के आशिक को पानी की देग में छिपने के बावजूद उसे जिंदा उबाल दिया। जिससे उसकी दर्दनाक मौत हो गई.