Cow State Mother: महाराष्ट्र सरकार ने एक नया और सांस्कृतिक महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए गाय को राज्यमाता का दर्जा (state mother status) प्रदान किया है. यह फैसला भारतीय संस्कृति और वैदिक परंपराओं में गाय की महत्वपूर्ण भूमिका को देखते हुए लिया गया है. इस फैसले के अनुसार देसी गाय के दूध को मानव आहार के लिए उपयुक्त माना गया है और गोमूत्र का उपयोग जैविक खेती में भी महत्वपूर्ण है.
सरकारी फैसलों की धार्मिक और सामाजिक पृष्ठभूमि
हिंदू धर्म में गाय को हमेशा से एक पवित्र प्राणी माना गया है और इसकी पूजा की जाती है. गाय के शरीर में सभी देवी-देवताओं के निवास (divine residence) की मान्यता के चलते गाय को भारतीय समाज में एक विशेष स्थान प्राप्त है. इस निर्णय के पीछे की भावना यह है कि गाय की रक्षा और संरक्षण से भारतीय धर्म और संस्कृति की रक्षा होती है.
राजनीतिक और आर्थिक प्रभाव
इस फैसले का एक महत्वपूर्ण पहलू यह भी है कि इसे महाराष्ट्र की विधानसभा चुनावों से ठीक पहले लिया गया है. इस फैसले के जरिए सरकार की कोशिश है कि वह राज्य के धार्मिक और ग्रामीण मतदाताओं का समर्थन प्राप्त करे. इस फैसले के चलते गायों के पालन-पोषण के लिए नई सब्सिडी (subsidy for cow maintenance) योजनाओं की भी शुरुआत होगी. जिससे किसानों को आर्थिक लाभ पहुंच सकता है.