Hisar Airport: हरियाणा के हिसार स्थित महाराजा अग्रसेन इंटरनेशनल एयरपोर्ट से विमानन सेवाओं की शुरुआत होने का इंतजार अब खत्म होने को है. इस एयरपोर्ट पर डापलर वेरी हाई फ्रीक्वेंसी ओमनी रेंज (DVOR) प्रणाली की स्थापना के साथ विमानों का संचालन और निर्देशन और भी सुगम होगा.
DVOR तकनीक का महत्व
DVOR एक अत्याधुनिक नेविगेशन सहायता प्रणाली है. जिसे विश्वभर के मान्यता प्राप्त एयरपोर्ट्स पर लगाया जाता है. हिसार एयरपोर्ट पर इसकी स्थापना से यहां से उड़ान भरने वाले विमानों को उनके गंतव्य तक निर्देशित करने में महत्वपूर्ण सहायता मिलेगी.
एयरपोर्ट की तैयारी और चुनौतियां
हिसार एयरपोर्ट पर विमान सेवाओं को शुरू करने के लिए अंतिम मंजूरियों और लाइसेंस की प्रतीक्षा है. DVOR तकनीक के साथ एयरपोर्ट ने संचालन की तकनीकी संभावनाओं को सुनिश्चित किया है. लेकिन विमान सेवाओं के संचालन के लिए अभी भी कई विधायी चुनौतियाँ बाकी हैं.
पांच शहरों के लिए उड़ान योजना
प्रारंभिक चरण में, हिसार एयरपोर्ट से पांच प्रमुख शहरों—जम्मू, चंडीगढ़, अयोध्या, जयपुर और अहमदाबाद के लिए हवाई उड़ानें शुरू करने की योजना है. विशेष रूप से अयोध्या के लिए पहली उड़ान शुरू करने की तैयारी जोरों पर है. जिससे धार्मिक यात्राओं में वृद्धि होने की उम्मीद है.
हरियाणा के विकास की नई उड़ान
हिसार एयरपोर्ट का विकास न केवल हरियाणा के लिए बल्कि पूरे उत्तर भारत के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है. यह एयरपोर्ट राज्य के औद्योगिक और पर्यटन विकास को नई गति प्रदान करेगा और अंतर्राष्ट्रीय मानचित्र पर हरियाणा को एक प्रमुख विमानन केंद्र के रूप में स्थापित करेगा.