Hill Station: उत्तराखंड के टिहरी जिले में स्थित खैंट पर्वत अपनी अनोखी सुंदरता और मिथकीय महत्व (Mythical Importance) के लिए प्रसिद्ध है. इसे परियों का देश भी कहा जाता है. जहां की गोद में बसी हरियाली और प्राकृतिक छटा आगंतुकों को मंत्रमुग्ध कर देती है.
ऋषिकेश से एक सुगम यात्रा
ऋषिकेश से मात्र दो घंटे की दूरी पर स्थित इस पर्वत तक पहुँचना काफी आसान है. यहां की यात्रा न केवल सुखद है बल्कि पर्यावरण प्रेमियों के लिए एक अविस्मरणीय अनुभव (Unforgettable Experience) भी प्रदान करती है.
गांव की रक्षा में परियां
स्थानीय लोग बताते हैं कि खैंट पर्वत पर रहने वाली परियां न केवल उनके गांव की रक्षा करती हैं बल्कि यहां की संस्कृति और परंपरा में भी ये महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं.
शानदार प्राकृतिक सौंदर्य
खैंट पर्वत की यात्रा के दौरान, यात्री हरियाली से भरपूर और हिमालय की बर्फ से ढकी चोटियों का नजारा देख सकते हैं, जो सभी को निश्चित रूप से आकर्षित करता है.
खैंट पर्वत तक की यात्रा
ऋषिकेश से टेहरी तक की यात्रा में, पर्यटकों को विभिन्न प्रकार की भौगोलिक संरचनाओं का अनुभव होता है, जिसमें सुंदर घाटियाँ और जलप्रपात शामिल हैं, जो इसे और भी रोमांचक बनाते हैं.
नजारों की भव्यता
यहां से दिखने वाले दृश्य बहुत ही मनमोहक होते हैं. सड़क के एक ओर बहती नदी और दूसरी ओर ऊंचे हरे-भरे पहाड़, यात्रियों को एक अलग ही शांति प्रदान करते हैं.
टेहरी लेक का मनोरम दृश्य
टेहरी लेक अपने नीले पानी और चारों ओर से हरियाली से घिरे हुए पहाड़ों के कारण बहुत ही आकर्षक दिखाई देता है. इसे देखकर यात्री अपने आप को एक अलग ही दुनिया में पाते हैं.
प्राकृतिक सौंदर्य
खैंट पर्वत और इसके आसपास की जगहें न केवल प्राकृतिक सौंदर्य प्रदान करती हैं बल्कि यहां की संस्कृति और परंपराओं से भी परिचित कराती हैं, जो इसे और भी खास बनाती हैं.