Business Idea: जोजोबा खेती एक अनूठी और आकर्षक व्यावसायिक संभावना है. खासकर उन क्षेत्रों में जहां पानी की उपलब्धता सीमित है. इस पौधे की विशेषता यह है कि यह बंजर और शुष्क भूमि पर भी अच्छी तरह से उग सकता है. जिससे इसे खेती करने वाले किसानों को बार-बार मेहनत और निवेश से छुटकारा मिलता है. आज हम इस लेख जोजोबा खेती के व्यापारिक मॉडल (business model) और इसके विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डालेंगे.
जोजोबा ऑयल का बाजार और मूल्य
जोजोबा ऑयल (jojoba oil) की बाजार में मांग ज्यादा है और इसकी कीमत भी ₹7000 प्रति लीटर के आसपास रहती है. इस तेल का उपयोग विभिन्न सौंदर्य प्रसाधनों (beauty products) और फार्मास्यूटिकल उत्पादों में होता है, जैसे कि शैंपू, कंडीशनर, एंटी-एजिंग क्रीम, सनस्क्रीन और मॉइश्चराइजर इत्यादि. इसकी विविधतापूर्ण उपयोगिता के कारण इसकी वैश्विक स्तर पर निरंतर मांग बनी रहती है.
खेती की तकनीक और आवश्यकताएँ
जोजोबा की खेती के लिए विशेष रूप से अधिक संसाधनों की जरूरत नहीं होती. यह पौधा बहुत कम पानी (low water requirements) में भी उग सकता है और इसे उगाने के लिए रेतीली और कम उपजाऊ मिट्टी काफी उपयुक्त होती है. इसकी खेती करने से पहले, मिट्टी की जांच करना और सही प्रजाति का चयन करना महत्वपूर्ण होता है.
जोजोबा खेती की लागत और रिटर्न
इस खेती में निवेश की लागत काफी कम होती है. लेकिन मुनाफा (high profitability) अधिक होता है. एक बार जब यह पौधा लग जाता है, तो यह लगातार 100 साल तक आय प्रदान कर सकता है. बीजों से तेल निकालने की प्रक्रिया भी सरल होती है और इसे स्थानीय स्तर पर भी किया जा सकता है. जिससे किसानों को अपने उत्पाद के लिए बेहतर दाम मिल सकते हैं.
जोजोबा खेती के सामाजिक और पर्यावरणीय लाभ
जोजोबा खेती करने से न केवल आर्थिक लाभ होता है. बल्कि यह पर्यावरण के लिए भी लाभकारी होता है. यह पौधा मरुस्थलीकरण को रोकने में मदद करता है और बंजर जमीनों को भी उपजाऊ बनाता है. साथ ही इससे जल संरक्षण में भी मदद मिलती है.