New Train: भारतीय रेलवे विश्व के सबसे बड़े रेल नेटवर्कों में से एक है। जिसमें 18 रेलवे जोन हैं और इसकी कुल लंबाई (Indian Railway network) 1,15,000 किलोमीटर है। इस विशाल नेटवर्क के माध्यम से प्रतिदिन लगभग 2 करोड़ 31 लाख यात्री अपने गंतव्य स्थानों तक पहुँचते हैं।
नवीन प्रौद्योगिकी की ओर एक कदम
भारतीय रेलवे अब जल्द ही हाइड्रोजन आधारित ट्रेनों को लांच करने जा रहा है (Hydrogen train technology)। यह ट्रेनें पारंपरिक ईंधनों की बजाय पानी से उत्पन्न हाइड्रोजन का उपयोग करेंगी। जो कि एक स्वच्छ और हरित ईंधन है। इस नवीनीकरण से भारतीय रेलवे की सेवाएँ और भी अधिक पर्यावरण-अनुकूल हो जाएंगी।
हाइड्रोजन ट्रेन का परिचालन और लाभ
यह खास ट्रेन हाइड्रोजन फ्यूल सेल टेक्नोलॉजी (Hydrogen fuel cell technology) पर चलेगी और दिसंबर 2024 तक इसकी शुरुआत होने की उम्मीद है। इसके लिए प्रति घंटा लगभग 40 हजार लीटर पानी का उपयोग होगा। जिससे यह ट्रेन एक बार चार्ज होने पर 1000 किलोमीटर तक की यात्रा कर सकेगी।
ट्रेनों की संख्या और लागत
भारतीय रेलवे की योजना अनुसार पूरे देश में ऐसी 35 ट्रेनें चलाई जाएंगी (Indian Railway hydrogen trains)। एक हाइड्रोजन ट्रेन बनाने में औसतन 80 करोड़ रुपये का खर्च आने की संभावना है। इस प्रकार यह परियोजना न केवल पर्यावरण के लिए लाभकारी होगी बल्कि आर्थिक रूप से भी स्थायी होगी।