एक नई दिशा में कदम बढ़ाते हुए, रूस की प्रमुख रेल कंपनी TMH (Transmashholding) ने भारतीय रेलवे के साथ साझेदारी में बड़े निवेश की योजना बनाई है। यह निवेश भारतीय ट्रेन निर्माण और उनके कल-पुर्जों के उत्पादन के लिए किया जाएगा। इस पहल का उद्देश्य रूस की घरेलू मांगों को पूरा करना है, जबकि भारतीय रेलवे के विकास को भी गति मिलेगी।
Vande Bharat Sleeper प्रोजेक्ट में शामिल रूस
TMH ने हाल ही में वंदे भारत स्लीपर कोच के निर्माण के लिए भारतीय रेलवे के साथ 55,000 करोड़ रुपये का अनुबंध किया है। इसके तहत 1,920 स्लीपर कोच तैयार किए जाएंगे और इनकी देखभाल 35 साल तक की जाएगी। TMH ने पुष्टि की है कि वे इस प्रोजेक्ट के लिए रूस से किसी प्रकार की आपूर्ति नहीं करेंगे। यह पूरी प्रक्रिया भारत में स्थानीय उत्पादन के तहत होगी।
रूस का भारत में निवेश करने का कारण
TMH के CEO किरिल लीपा ने बताया कि भारत में ब्याज दरें अन्य देशों की तुलना में अधिक आकर्षक हैं। इस कारण वे यहां निवेश के लिए तैयार हैं। उनका लक्ष्य है कि भारत में विकसित सुविधाओं से रूस को भी ट्रेन और कल-पुर्जों की आपूर्ति की जा सके।
रोजगार और आर्थिक लाभ
रूस द्वारा भारतीय रेल सेक्टर में निवेश से स्थानीय रोजगार में वृद्धि होगी। ट्रेन निर्माण के नए संयंत्र और कल-पुर्जों की फैक्ट्रियों से युवाओं को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे। यह पहल भारत के मेक इन इंडिया अभियान को भी मजबूती प्रदान करेगी।
रूसी बाजार के लिए भारतीय सप्लायर्स
रूस की योजना भारतीय सप्लायर्स के साथ संबंधों को और मजबूत करने की है। TMH ने वंदे भारत प्रोजेक्ट के लिए कई भारतीय कंपनियों के साथ साझेदारी की है। लीपा ने कहा कि रूस के कई सप्लाई कॉन्ट्रैक्ट्स पहले से ही भारत के साथ हैं, और यह सहयोग आने वाले समय में और गहराएगा।