School Holiday : उत्तराखंड में मौसम ने एक बार फिर अपना रुख बदल लिया है. जहां आज से स्कूल गर्मियों के अवकाश के बाद खुल रहे थे वहीं अब भारी बारिश के चलते राज्य के कई हिस्सों में स्कूलों को बंद करने का निर्णय लिया गया है प्रशासन ने सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह कदम उठाया है।
भारी बारिश ने बिगाड़ी स्कूलों की शुरुआत
उत्तराखंड में 1 जुलाई को जैसे ही गर्मी की छुट्टियों के बाद स्कूल खुलने थे, वैसे ही मौसम ने करवट ली और कई जिलों में तेज बारिश ने मुश्किलें खड़ी कर दीं। हालात को देखते हुए प्रशासन ने स्कूलों को बंद करने का निर्णय लिया है। यह फैसला बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।
मौसम विभाग का अलर्ट और प्रशासन की चेतावनी
मौसम विभाग ने राज्य के कई इलाकों में भारी बारिश और भूस्खलन की आशंका जताई है। खासतौर पर रुद्रप्रयाग जिले में स्थिति गंभीर मानी जा रही है। यहां के जिला मजिस्ट्रेट ने सरकारी और निजी स्कूलों में 1 जुलाई को छुट्टी की घोषणा की है।
आंगनवाड़ी केंद्र भी रहेंगे आज बंद
स्कूलों के साथ-साथ प्रशासन ने आंगनवाड़ी केंद्रों को भी 1 जुलाई को बंद रखने का निर्देश दिया है। यह निर्णय भी छोटे बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है, ताकि किसी भी तरह की अनहोनी से बचा जा सके।
चमोली और उत्तरकाशी में भी बंद हुए स्कूल
केवल रुद्रप्रयाग ही नहीं, बल्कि चमोली और उत्तरकाशी जिलों में भी भारी बारिश के कारण स्कूल बंद किए गए हैं। प्रशासन ने साफ किया है कि इन जिलों में भूस्खलन और सड़कों की खराब स्थिति के चलते स्कूल खोलना जोखिम भरा हो सकता है। इसलिए सावधानी के तौर पर छुट्टी की घोषणा की गई है।
मार्ग बाधित होने की संभावना, सुरक्षा बनी प्राथमिकता
भारी बारिश के चलते कई सड़क मार्गों पर मलबा और पानी भरने की स्थिति बन सकती है। खासतौर पर पहाड़ी रास्तों पर यात्रा करना खतरनाक हो सकता है। इसलिए प्रशासन ने एहतियातन स्कूल बंद रखने का निर्णय लिया है। यह फैसला उन क्षेत्रों में भी लागू हो सकता है जहां स्थानीय स्थिति बिगड़ती नजर आए।
अभिभावकों से अपील, सतर्कता बरतें
प्रशासन ने अभिभावकों से अपील की है कि वे इस मौसम में अपने बच्चों को अनावश्यक रूप से बाहर न भेजें। यदि किसी प्रकार की जरूरत हो तो स्थानीय अधिकारियों से मार्गदर्शन लिया जाए। साथ ही स्कूलों से जुड़ी अधिकारिक जानकारी के लिए जिले की वेबसाइट और विद्यालय प्रबंधन से संपर्क में रहें।