UP News: उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य में चिकित्सा शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। राज्य में तीन नए मेडिकल कॉलेज जल्द ही बागपत, हाथरस और कासगंज में खोले जाएंगे। इस योजना का उद्देश्य इन क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार करना है, जहां चिकित्सा सेवाओं की आवश्यकता महसूस की जा रही थी।
इन मेडिकल कॉलेजों की स्थापना के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने पीपीपी (पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप) मोड अपनाया है। इसके अलावा, इस परियोजना को लागू करने के लिए सरकार ने वायबिलिटी गैप फंडिंग (VGF) योजना का उपयोग किया है। इन मेडिकल कॉलेजों के माध्यम से न केवल चिकित्सा शिक्षा का स्तर बढ़ेगा, बल्कि स्थानीय क्षेत्रों में चिकित्सा सेवाओं की उपलब्धता भी बढ़ेगी।
उत्तर प्रदेश सरकार ने बागपत, हाथरस और कासगंज में नए मेडिकल कॉलेजों की स्थापना की योजना बनाई है, जो राज्य के स्वास्थ्य ढांचे को मजबूत करने में मदद करेंगे। इन कॉलेजों के निर्माण की प्रक्रिया पहले ही शुरू हो चुकी है और सरकार की योजना इस प्रस्ताव को अगले कैबिनेट बैठक में भेजने की है।
यह योजना एक पीपीपी मोड के तहत लागू की जा रही है, जिसमें सरकार और निजी कंपनियां मिलकर इस परियोजना को पूरा करेंगी। इससे सरकार को इस विशाल परियोजना में वित्तीय मदद मिल सकेगी, जबकि निजी क्षेत्र को बेहतर प्रबंधन और आधुनिक सुविधाएं प्रदान करने का अवसर मिलेगा।
उत्तर प्रदेश सरकार चिकित्सा शिक्षा के विस्तार के लिए निरंतर प्रयास कर रही है। बागपत, हाथरस और कासगंज में नए मेडिकल कॉलेजों के अलावा, राज्य सरकार ने अन्य क्षेत्रों में भी चिकित्सा शिक्षा की पहुंच बढ़ाने के प्रयास किए हैं।
उदाहरण के तौर पर, अमेठी में एक स्वशासी महाविद्यालय का निर्माण कार्य चल रहा है, जो 34% तक पूरा हो चुका है। इसके अलावा, मऊ में कल्पनाथ राय इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज का निर्माण भी पीपीपी मोड पर किया गया है।
यह सभी मेडिकल कॉलेज सत्र 2025-26 से 100 सीटों पर प्रवेश की योजना के साथ काम करेंगे। इन कॉलेजों की स्थापना से चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में यूपी को एक नया अवसर मिलेगा और स्थानीय युवाओं को बेहतर शिक्षा प्राप्त करने का मौका मिलेगा।