मध्य प्रदेश के उज्जैन में एक अनोखा निर्णय लिया गया है जिसने स्कूली शिक्षा व्यवस्था में अस्थायी बदलाव कर दिया है। अब यहां रविवार को स्कूल खुलेंगे और सोमवार को छुट्टी रहेगी। यह फैसला धार्मिक कारणों से लिया गया है, जो सीधे तौर पर श्रावण और भादो माह में निकलने वाली बाबा महाकाल की सवारी से जुड़ा है।
धार्मिक आस्था के चलते बदला शैक्षणिक कार्यक्रम
उज्जैन जिले के प्रशासन ने घोषणा की है कि श्रावण माह की शुरुआत के साथ ही हर सोमवार को शासकीय और अर्धशासकीय स्कूलों में छुट्टी रहेगी। इसके बदले रविवार को नियमित कक्षाएं संचालित की जाएंगी। यह निर्णय बाबा महाकाल की नगर भ्रमण सवारी को देखते हुए लिया गया है, जिसमें लाखों श्रद्धालु शामिल होते हैं।
बाबा महाकाल की सवारी: श्रद्धा और व्यवस्था का मेल
श्रावण और भादो माह के प्रत्येक सोमवार को उज्जैन में बाबा महाकाल की भव्य सवारी निकाली जाती है। यह सवारी शहर भर में धार्मिक उल्लास के साथ निकाली जाती है और इसे देखने एवं इसमें शामिल होने के लिए देशभर से श्रद्धालु उज्जैन पहुंचते हैं।
सवारी मार्ग पर भारी भीड़ और ट्रैफिक को ध्यान में रखते हुए, प्रशासन हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी स्कूलों की टाइमिंग में बदलाव कर रहा है। यह फैसला न सिर्फ आवागमन को सुगम बनाएगा, बल्कि छात्रों की सुरक्षा और सुविधा को भी सुनिश्चित करेगा।
डीएम ने दी जानकारी, शिक्षा विभाग करेगा आदेश जारी
उज्जैन के जिला कलेक्टर रोशन सिंह ने बताया कि, “हर साल की तरह इस बार भी बाबा महाकाल की सवारी के दौरान सोमवार को स्कूल बंद रहेंगे और रविवार को खुले रहेंगे।”
उन्होंने यह भी बताया कि इस व्यवस्था से सवारी मार्ग पर स्कूल बसों की आवाजाही बंद रहेगी, जिससे न तो यातायात प्रभावित होगा और न ही श्रद्धालुओं को परेशानी का सामना करना पड़ेगा। जल्द ही शिक्षा विभाग इस संबंध में औपचारिक आदेश जारी करेगा।
कब-कब बंद रहेंगे स्कूल? जानिए सवारी की तारीखें
बाबा महाकाल की सवारी श्रावण और भादो माह के हर सोमवार को निकाली जाती है। इस बार पांच प्रमुख सवारियां निकलेंगी जिनकी तिथियां इस प्रकार हैं:
- 14 जुलाई 2025 – पहली सवारी (श्रावण मास)
- 21 जुलाई 2025 – दूसरी सवारी
- 28 जुलाई 2025 – तीसरी सवारी
- 4 अगस्त 2025 – चौथी सवारी
- 11 अगस्त 2025 – पांचवीं सवारी (भादो मास)
इन सभी पाँच सोमवारों को स्कूलों में अवकाश रहेगा और उस रविवार को स्कूल खुलेंगे।
छात्रों और अभिभावकों के लिए जरूरी सूचना
यह निर्णय उन छात्रों और अभिभावकों के लिए बेहद अहम है जो स्कूल समय को लेकर पहले से योजना बनाते हैं। उज्जैन में रहने वाले सभी अभिभावकों को चाहिए कि वे इस परिवर्तित कार्यक्रम की जानकारी स्कूल से लेकर रखें और अपने बच्चों की शैक्षणिक दिनचर्या को उसी के अनुरूप ढालें।
भीड़ और जाम से मिलेगी राहत
प्रशासन का यह फैसला सड़क पर होने वाले संभावित जाम को भी काफी हद तक कम करेगा। आमतौर पर सोमवार को जब बाबा महाकाल की सवारी निकलती है, तब शहर के मुख्य मार्गों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ होती है। ऐसे में अगर स्कूल भी चलते रहें तो ट्रैफिक और भीषण जाम की स्थिति बन जाती है। इस निर्णय से स्कूल बसों और निजी वाहनों की आवाजाही बंद रहेगी, जिससे श्रद्धालुओं को निर्बाध दर्शन का अवसर मिलेगा।
सामाजिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से सराहनीय कदम
उज्जैन का यह फैसला दर्शाता है कि प्रशासन धार्मिक आस्था और सामाजिक व्यवस्थाओं के बीच संतुलन बनाए रखना जानता है। स्कूलों को बंद कर श्रद्धालुओं के लिए मार्ग खाली करना एक ऐसा प्रशासनिक निर्णय है जो धार्मिक भावना और नागरिक सुविधा दोनों का ध्यान रखता है।