कल सोमवार को छुट्टी है या नही, इन राज्यों में छुट्टी पर आज हो सकता है ऐलान

By Uggersain Sharma

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Muharram Holiday 2025 : मुहर्रम 2025 की छुट्टी 6 या 7 जुलाई को पड़ सकती है. यह इस्लामी नववर्ष का पहला महीना है और अशूरा का दिन बेहद पवित्र माना जाता है. उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, तेलंगाना सहित कई राज्यों में सार्वजनिक अवकाश संभव है. CBSE कैलेंडर में 6 जुलाई को मुहर्रम दिखाया गया है, लेकिन तिथि बदल सकती है. छुट्टी की पुष्टि चांद देखने के बाद होगी, तीन दिन का लंबा वीकेंड भी मिल सकता है.

मुहर्रम की तारीख को लेकर संशय, चांद के दीदार पर टिकी है छुट्टी

मुहर्रम 2025 की छुट्टी को लेकर देशभर में असमंजस की स्थिति है। सरकारी कैलेंडर के मुताबिक अशूरा 6 जुलाई (रविवार) को पड़ रहा है, लेकिन अगर चांद एक दिन बाद दिखाई देता है तो 7 जुलाई (सोमवार) को यह दिन पड़ सकता है। इस स्थिति में देश के कई हिस्सों में रविवार और सोमवार को दो दिन की छुट्टियां मिल सकती हैं।

CBSE कैलेंडर ने 6 जुलाई को मुहर्रम बताया, लेकिन तारीख बदल सकती है

CBSE द्वारा जारी शैक्षणिक कैलेंडर 2025–26 में 6 जुलाई (रविवार) को मुहर्रम बताया गया है, लेकिन इसमें यह भी उल्लेख है कि तारीख चांद के अनुसार बदली जा सकती है। चूंकि इस्लामी कैलेंडर चंद्रमा की स्थिति पर आधारित होता है, इसलिए छुट्टी की आधिकारिक पुष्टि चांद दिखने के बाद ही की जाएगी।

किन राज्यों में हो सकती है सार्वजनिक छुट्टी?

हर साल की तरह इस बार भी बिहार, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल सहित कई राज्यों में मुहर्रम के दिन सार्वजनिक अवकाश घोषित किया जाता है। अगर 7 जुलाई को अशूरा मनाया गया, तो इन राज्यों में सोमवार को स्कूलों, बैंकों और सरकारी दफ्तरों में अवकाश घोषित हो सकता है। हालांकि इसका अंतिम निर्णय राज्य सरकारों और स्थानीय प्रशासन द्वारा ही लिया जाएगा।

मुहर्रम का धार्मिक महत्व क्या है?

मुहर्रम इस्लामी वर्ष का पहला महीना होता है और इसका 10वां दिन ‘अशूरा’ के रूप में मनाया जाता है। यह दिन पैगंबर मोहम्मद साहब के नवासे इमाम हुसैन की शहादत की याद में मनाया जाता है।

680 ईस्वी में करबला की घटना के दौरान इमाम हुसैन ने धर्म और न्याय के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए थे। इस दिन मुस्लिम समुदाय शोक, मातम और ताजिया जुलूसों के माध्यम से उनकी कुर्बानी को याद करता है।

स्कूलों पर क्या असर पड़ेगा?

देश के अधिकांश स्कूल जुलाई के पहले सप्ताह में गर्मी की छुट्टियों के बाद दोबारा खुल चुके हैं। अगर 7 जुलाई को मुहर्रम की छुट्टी घोषित होती है, तो बच्चों को सप्ताह की शुरुआत में एक और अवकाश मिल सकता है। इससे छात्रों और अभिभावकों को तीन दिन का लंबा वीकेंड मिल सकता है—शनिवार, रविवार और सोमवार।

CBSE और अन्य बोर्ड की तैयारी पर भी असर

छुट्टियों का प्रभाव केवल उपस्थिति पर ही नहीं, बल्कि CBSE और अन्य बोर्ड की शैक्षणिक योजनाओं पर भी पड़ सकता है। पहले ही शैक्षणिक सत्र जुलाई में तेज़ी से शुरू हो रहा है, और ऐसे में एक अतिरिक्त छुट्टी पाठ्यक्रम की गति को प्रभावित कर सकती है। हालांकि अधिकांश विद्यालयों ने इस संभावित अवकाश को ‘टेंटेटिव हॉलिडे’ की तरह शेड्यूल में रखा है।

छुट्टी के फायदे और संभावित योजना

अगर 7 जुलाई को अवकाश घोषित होता है, तो यह लोगों के लिए लंबा वीकेंड प्लान करने का अवसर बन सकता है। खासकर वे कर्मचारी जो रविवार के साथ सोमवार को भी छुट्टी पा सकते हैं, उनके लिए यह आउटिंग या पारिवारिक कार्यों के लिए अच्छा मौका हो सकता है।

सरकार की तरफ से अंतिम निर्णय कब आएगा?

राज्य सरकारें और स्थानीय प्रशासन आमतौर पर चांद देखने के बाद ही अंतिम छुट्टी की घोषणा करते हैं। चूंकि मुहर्रम धार्मिक अनुष्ठानों से जुड़ा मामला है, इसलिए छुट्टी की तिथि को लेकर स्थानीय इमाम और धार्मिक समितियों की सिफारिशों को भी ध्यान में रखा जाता है। 5 या 6 जुलाई की रात को चांद के दीदार के बाद ही अशूरा की सही तारीख की पुष्टि हो पाएगी।

Uggersain Sharma

Uggersain Sharma is a Hindi content writer from Sirsa (Haryana) with three years of experience. He specializes in local news, sports, and entertainment, adept at writing across a variety of topics, making his work versatile and engaging.