IMD Red Alert : पूरे देश में मॉनसून छाया हुआ है. मौसम ने दिल्ली-एनसीआर में मेहरबानी दिखाई है. बारिश के बाद लोगों को गर्मी से राहत मिली है, मगर देश के कई हिस्से ऐसे हैं जहां बादल तबाही बनकर बरस रहे हैं. पहाड़ से लेकर मैदान तक मॉनसून ने तबाही मचा दी है. कहीं शहर दरिया हुए जा रहे हैं, कहीं भूस्खलन लोगों की जिंदगी पर भारी पड़ रहा है. जो हाल उत्तराखंड का है, वही दशा हिमाचल प्रदेश की है, हिमाचल प्रदेश में भी कई शहरों में जोरदार बरसात के बाद हालात बेकाबू हैं, एक तरफ नदियां उफान पर है तो दूसरी ओर पहाड़ दरक रहे हैं, जिसकी वजह से जहां-तहां रास्ते बंद हैं.
दिल्ली-NCR में राहत, लेकिन देश के अन्य हिस्सों में तबाही
दिल्ली-एनसीआर में हालिया बारिश ने गर्मी से राहत जरूर दी, लेकिन देश के अन्य राज्यों में मॉनसून का कहर जारी है। उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, झारखंड, ओडिशा, बिहार, मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में भारी बारिश और भूस्खलन के कारण जनजीवन प्रभावित है।
पहाड़ी राज्यों में खतरनाक हालात
उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही बारिश से नदियां उफान पर हैं और भूस्खलन की वजह से कई जगह सड़क मार्ग बंद हो गए हैं। बस्तियों में पानी भरने, पहाड़ों के दरकने और पुलों के क्षतिग्रस्त होने से यातायात पूरी तरह से बाधित हो गया है।
जमशेदपुर में स्कूल के बच्चे फंसे
झारखंड के जमशेदपुर में भारी बारिश के चलते पानी भर गया। कई स्कूल के बच्चे इसकी चपेट में आ गए, जिन्हें समय रहते रेस्क्यू टीम ने सुरक्षित निकाला। यूपी, बिहार और ओडिशा में भी जलजमाव और तेज बहाव के कारण हालात चिंताजनक बने हुए हैं।
मौसम विभाग का अलर्ट
मौसम विभाग के अनुसार, 30 जून से 5 जुलाई तक देश के विभिन्न हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश का अनुमान है। उत्तर-पश्चिम, मध्य, पूर्व और पूर्वोत्तर भारत के कई क्षेत्रों में तूफान, गरज और बिजली गिरने की भी संभावना जताई गई है।
इन राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी जारी
- झारखंड: 30 जून और 1 जुलाई को बहुत भारी बारिश
- ओडिशा: 30 जून से 5 जुलाई तक भारी बारिश
- बिहार, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़: 30 जून से 2 जुलाई तक भारी से बहुत भारी बारिश
- विदर्भ, पश्चिम बंगाल, सिक्किम: 30 जून से 2 जुलाई के बीच मूसलधार वर्षा
- पूर्वी और पश्चिमी उत्तर प्रदेश: 29 जून से 2 जुलाई तक
- उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान: 2 से 5 जुलाई के बीच तेज बारिश
हवाएं भी बनेंगी खतरे का कारण
अगले 7 दिनों में 30 से 40 किमी/घंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं। बिजली गिरने और आंधी की संभावना से स्थिति और गंभीर हो सकती है। लोगों से सुरक्षित स्थानों पर रहने और सतर्क रहने की अपील की गई है।
पश्चिम भारत में भी मॉनसून का असर
कोंकण, गोवा, गुजरात और मध्य महाराष्ट्र के घाट क्षेत्रों में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश का पूर्वानुमान है। 29 और 30 जून को मराठवाड़ा में भी जोरदार बारिश की संभावना जताई गई है।
पूर्वोत्तर भारत में भी अलर्ट
पूर्वोत्तर भारत के अधिकांश हिस्सों में अगले सप्ताह लगातार बारिश जारी रह सकती है। 02 से 05 जुलाई के दौरान अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में बहुत भारी वर्षा का खतरा है।
अलर्ट में रहें, प्रशासन ने जारी किए निर्देश
- राज्य सरकारें और आपदा प्रबंधन टीमें अलर्ट मोड में हैं। भूस्खलन, बाढ़, और तेज हवाओं से बचने के लिए स्थानीय लोगों को सतर्क रहने और यात्रा से बचने की सलाह दी गई है।
- लोगों से निचले इलाकों से दूर रहने, बिजली की गड़गड़ाहट होने पर खुले स्थानों से बचने और स्थानीय प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करने को कहा गया है।