हरियाणा में देसी और अंग्रेजी शराब पीने वालों के बुरे दिन हुए शुरू सरकार ने बढ़ाए दाम, जाने नई आबकारी नीति में नई कीमत
हरियाणा ने कई नए नियमों और रुलों के साथ 2023-24 के लिए एक नई आबकारी नीति को मंजूरी दी है। इस नीति में फायर फाइटिंग उपकरण, सीसीटीवी कैमरों की स्थापना, छोटे शराब बनाने वाले उद्योगों के लिए लाइसेंस फीस में कमी, शराब के लिए इस्तमाल में ली जाने वाली प्लास्टिक की बोतलों पर बैन आदि शामिल हैं।

हरियाणा ने कई नए नियमों और रुलों के साथ 2023-24 के लिए एक नई आबकारी नीति को मंजूरी दी है। इस नीति में फायर फाइटिंग उपकरण, सीसीटीवी कैमरों की स्थापना, छोटे शराब बनाने वाले उद्योगों के लिए लाइसेंस फीस में कमी, शराब के लिए इस्तमाल में ली जाने वाली प्लास्टिक की बोतलों पर बैन आदि शामिल हैं।
फायर फाइटिंग उपकरण और सीसीटीवी कैमरों की स्थापना
नई नीति के तहत, नागरिकों की सेफ्टी के लिए शहरी सेक्टरों, सराय, थोक लाइसेंसधारियों और रिटेलर्स को अग्निशमन उपकरण देना जरूरी है। सभी दुकानों और गोदामों में सीसीटीवी कैमरे भी लगाए जाएंगे। शराब ऑफर करने वाले सभी होटलों, पब और बार, रेस्टोरेंट और कैफे के बाहर सावधानी बोर्ड लगाए जाएंगे।
शराब के लिए प्लास्टिक की बोतलों पर बैन
पर्यावरण को प्लास्टिक के उपयोग से होने वाले नुक्सान को कम करने के लिए नई नीति में 29 फरवरी 2024 के बाद शराब की बोतल में पीईटी (प्लास्टिक) की बोतलों के इस्तेमाल पर बैन लगा दिया गया है। इसके बाद शराब केवल कांच की बोतलों में ही आएगी।
लघु शिल्प ब्रुअरीज के लिए लाइसेंस फीस में कमी
एमएसएमई (MSME) क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए छोटे शराब उद्योगों के लिए लाइसेंस फीस कम कर दी गई है। वाइनरी के लिए सुपरवाइजरी फीस भी कम कर दी गई है।
कुछ एरिओ में शराब की दुकानों पर बैन
पंचकूला में श्री माता मनसा देवी मंदिर के आसपास और गुरुकुल वाले गांवों में शराब के ठेके नहीं खुलेंगे । वे शराब बेचने वाले जो खुदरा केटेगोरी का बिज़नेस करते है उनके जॉन का साइज चार से घटाकर दो कर दिया है।
शराब कीमतों में बढ़ोतरी
देशी शराब और आईएमएफएल(IMFL) पर शराब कीमतों में बढ़ोतरी की गई है। हालांकि, एक्साइज ड्यूटी (उत्पाद शुल्क) में कटौती की वजह से रेडी-टू-ड्रिंक बेवरेज और बीयर माइल्ड, सुपर माइल्ड कैटेगरी के तहत सस्ते होंगे।
और भी बदलाव किये
थोक लाइसेंसधारियों द्वारा शराब की चोरी करने पर जुर्माने की अमाउंट बढ़ा दी गई है। देशी शराब, भारत में बनी विदेशी शराब और विदेश से आने वाली शराब का मूल कोटा बढ़ाया गया है। ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के लिए जिला स्तर पर आईएफएल (बीआईओ) के लेबल को मॉडिफाई किया जाएगा।
हरियाणा की नई आबकारी नीति का टारगेट सैफ्टी को बढ़ावा देना, प्लास्टिक कचरे को कम करना, एमएसएमई क्षेत्र को सपोर्ट करना और सरकारी खजाने में बढ़ोतरी करना है। हालाँकि, इस निति शराब की कई दुकानों पर बैन भी लगा है और कीमतों में बढ़ोतरी की गई है।