हरियाणा के इस गांव में ग़ायब हुई गली को ढूँढेगी सरकार, फिर से 1300 घरों की होगी पैमाईश
नमस्ते और हरियाणा के हिसार जिले के सिवानी बोलन गांव में लापता सड़क के बारे में लाए गए इस आर्टिक्ल में आपका स्वागत है। इस आर्टिकल में, हम लापता सड़क के कारणों, गांव वालो पर इसके असर और सरकार द्वारा इस सड़क के लिए उठाए गए कदमों पर भी बात करेंगे।

नमस्ते और हरियाणा के हिसार जिले के सिवानी बोलन गांव में लापता सड़क के बारे में लाए गए इस आर्टिक्ल में आपका स्वागत है। इस आर्टिकल में, हम लापता सड़क के कारणों, गांव वालो पर इसके असर और सरकार द्वारा इस सड़क के लिए उठाए गए कदमों पर भी बात करेंगे।
लापता गली का मसला
हरियाणा का सिवानी बोलन गांव पिछले तीन साल से एक प्रॉब्लम का सामना कर रहा है - गली नंबर 493 के नाम से मशहूर एक गली, घरों के बीच गायब हो गई है। हमे पता है आपको यह जानकर हैरानी जरूर हुई होगी लेकिन यही सच है। दरअसल हुआ यह की लोगों ने इस गली पर कब्ज़ा कर करके यहाँ अपने घर बना लिए या अपने बाड़े बना लिए है। और गली को एकदम बंद ही कर दिया। इससे गांव के 70 से अधिक घरों का गंदा पानी नहीं निकल पा रहा है, जिससे घरों में पानी भर जाता है।
खटर साब क्या बोले ?
गायब हुई गली का मुद्दा हरियाणा के मुख्यमंत्री द्वारा आयोजित एक जन संवाद कार्यक्रम में उठाया गया। सीएम ने प्रशासन को जल्द से जल्द समस्या का समाधान करने का आदेश दिया और इस मुद्दे पर चर्चा करने के लिए मुख्यमंत्री से मिलने का अवसर भी मिला।
सरकार द्वारा की गई कार्रवाई
हिसार जिला अदालत के एसडीएम (सब डिविजनल मजिस्ट्रेट) ने प्रशासन को चकबंदी का काम पूरा होने तक घरों से पानी निकालने का आदेश दिया। प्रशासन सोमवार से पूरे गांव की जाँच अच्छे से करेगा और राजस्व रिकॉर्ड , गुमशुदा गली का पता लगा रहा है।
समेकन की प्रक्रिया
चकबंदी की प्रोसेस में पूरे गांव को नापना शामिल होगा, जिसमें 1300 से ज्यादा घरों को नापा जाएगा। जमीन की पैमाइश एक तहसीलदार, दो पटवारियों और एक सीईओ की टीम द्वारा कंप्यूटर मशीन से की जाएगी। चकबन्दी के दौरान रकबे के कागजातों को ढंग से देखा जायेगा तथा राजस्व विभाग चकबन्दी के लिए प्रोसेस को सेट करेगा।
गांव वालो पर क्या असर पड़ा?
गंदा पानी निकासी नहीं होने और घरों में भर जाने से ग्रामीणों को काफी परेशानी हुई है। गांव वालो को उम्मीद है कि चकबंदी का काम इस मुद्दे को हल करेगा और उन्हें बिना किसी समस्या के ये काम जल्द से जल्द हो जाएगा ताकि वे अपना डेली का काम ढंग से कर सकें।
पूरा करने के लिए टाइम लिमिट
चकबंदी का काम पूरा होने में करीब एक महीने का समय लग सकता है। इस दौरान प्रशासन गांव की पैमाइश, रकबा रिकॉर्ड और गुमशुदा गलियों का पता लगाने का काम करेगा। ग्रामीणों को काम पूरा होने का बेसब्री से इंतजार है और उम्मीद है कि इससे उनकी जलभराव की समस्या खत्म हो जाएगी।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
सवाल 1: गायब सड़क से गांव वालो को क्या परेशानी हुई है?
उत्तर: गली नहीं होने के कारण गांव के 70 से अधिक घरों का गंदा पानी नहीं निकल पाता है, जिससे घरों में जलभराव हो जाता है।
सवाल 2: चकबन्दी के कार्य में कितना समय लगेगा?
उत्तर: चकबन्दी का कार्य पूरा होने में लगभग एक माह लगने की उम्मीद है।