Haryana Rain Alert : हरियाणा में मौसम ने करवट ले ली है। मॉनसून के प्रवेश के साथ ही प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश का सिलसिला शुरू हो गया है। बुधवार रात को यमुनानगर में हुई बारिश ने मौसम को ठंडा कर दिया।
अब भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने प्रदेश के तीन जिलों – अंबाला, यमुनानगर और करनाल में येलो अलर्ट जारी किया है, वहीं 19 जिलों में बारिश की संभावना जताई गई है।
3 जिलों में येलो अलर्ट जारी, सावधानी बरतने की सलाह
वीरवार को मौसम विभाग ने अंबाला, यमुनानगर और करनाल जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। इसका अर्थ है कि इन इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ गरज-चमक भी हो सकती है।
स्थानीय प्रशासन और नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है, ताकि किसी भी संभावित समस्या से निपटा जा सके।
प्रदेश के 19 जिलों में बारिश की संभावना
हरियाणा के कुल 19 जिलों में वीरवार को वर्षा की संभावना जताई गई है। यह वर्षा हल्की से लेकर मध्यम स्तर की हो सकती है। इससे तापमान में और गिरावट आने की संभावना है और गर्मी से राहत मिलेगी।
बारिश के कारण किसानों को भी लाभ हो सकता है, विशेषकर धान और कपास की बुवाई के लिए मिट्टी में नमी बढ़ेगी।
मौसम विभाग ने जताई बारिश की सक्रियता बढ़ने की आशंका
मौसम विज्ञानियों के अनुसार, हरियाणा में मानसूनी हवाओं की सक्रियता 3 जुलाई से और अधिक बढ़ सकती है। इसके परिणामस्वरूप बारिश की आवृत्ति और तीव्रता दोनों में बढ़ोतरी हो सकती है।
यानी, आने वाले दिनों में प्रदेश के और भी अधिक हिस्सों में तेज बारिश और बिजली गिरने जैसी घटनाएं हो सकती हैं।
बुधवार को नूंह और मेवात में हुई हल्की बारिश
बुधवार को हरियाणा के दक्षिणी हिस्सों में भी बारिश की हल्की फुहारें दर्ज की गईं। नूंह और मेवात जिलों के कुछ क्षेत्रों में बूंदाबांदी से मौसम में ठंडक घुल गई।
इस बदलाव से यह साफ है कि मानसून अब हरियाणा में पूरी तरह सक्रिय हो रहा है और आगे यह और मजबूत हो सकता है।
तापमान में गिरावट से लोगों को मिली राहत
लगातार हो रही बारिश के चलते अधिकतम और न्यूनतम तापमान में अच्छी-खासी गिरावट दर्ज की गई है। इससे लोगों को तेज गर्मी और उमस से राहत मिली है।
आगामी दिनों में भी तापमान में कोई बड़ा उछाल नहीं होगा, और मौसम खुशनुमा बना रहेगा।
किसानों के लिए अनुकूल समय
धान, कपास, बाजरा और अन्य खरीफ फसलों की बुवाई करने वाले किसानों के लिए यह समय अनुकूल माना जा रहा है। बारिश से खेतों में नमी बढ़ेगी, जिससे खाद, बीज और पानी का खर्च कम होगा।
हालांकि, अत्यधिक वर्षा की स्थिति में किसानों को जलभराव और फसल क्षति से सतर्क रहने की जरूरत है।
नागरिकों के लिए सावधानी जरूरी
मौसम विभाग ने नागरिकों को सुझाव दिया है कि वे बारिश के दौरान खुले में न निकलें, पेड़ों के नीचे शरण लेने से बचें, और बिजली गिरने की स्थिति में सुरक्षित स्थान पर रहें।
स्थानीय प्रशासन को भी कहा गया है कि वह सड़क, जल निकासी और बिजली आपूर्ति जैसी व्यवस्थाओं पर विशेष ध्यान दे।