Subsidy: सोलर पंप पर सरकार दे रही 50% सब्सिडी, किसान फटाफट ऐसे करें आवेदन

By Vikash Beniwal

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Subsidy: अगर आप एक किसान हैं और अपने खेतों में सिंचाई के लिए डीजल, बिजली, या सोलर पंपिंग सेट का उपयोग करना चाहते हैं, तो कृषि विभाग की सिंचाई यंत्र सब्सिडी योजना आपके लिए एक बेहतरीन अवसर है। इस योजना के तहत किसानों को सिंचाई यंत्रों पर 10,000 रुपये से लेकर 40,000 रुपये तक की सब्सिडी प्रदान की जाती है, जिससे वे अपने खेतों में सिंचाई के लिए यंत्र खरीद सकते हैं। इस सब्सिडी का लाभ उठाकर आप अपनी खेती को आर्थिक दृष्टि से सशक्त बना सकते हैं और फसलों के लिए समय पर पानी भी उपलब्ध करवा सकते हैं।

दस्तावेजों की आवश्यकता

इस योजना का लाभ उठाने के लिए आपको कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेजों की आवश्यकता होगी। ये दस्तावेज सुनिश्चित करेंगे कि आपका आवेदन सही तरीके से स्वीकार किया जाए और सब्सिडी आपको सही समय पर मिल सके।

आधार कार्ड
पैन कार्ड
बैंक पासबुक
खतौनी (भूमि का दस्तावेज)
मोबाइल नंबर
पंपिंग सेट का बिल/वाउचर

आवेदन प्रक्रिया

इस योजना के तहत ऑनलाइन आवेदन करना होता है। आवेदन करने के लिए आपको www.agriculture.up.in पर जाकर अपना आवेदन भरना होगा। आवेदन के बाद, विभागीय अधिकारी द्वारा आपकी जानकारी का सत्यापन किया जाएगा। सत्यापन के बाद, योजना का लाभ आपको दिए जाने के लिए किसानों के खाते में सब्सिडी राशि जमा की जाएगी।

सिंचाई यंत्रों पर मिलने वाली सब्सिडी राशि

सिंचाई यंत्र पर मिलने वाली सब्सिडी योजना में विभिन्न प्रकार के पंपिंग सेट पर अलग-अलग राशि निर्धारित की गई है। नीचे दी गई तालिका में इस योजना के तहत मिलने वाली सब्सिडी राशि की जानकारी दी गई है:

डीजल पंपिंग सेट ₹10,000 – ₹40,000
बिजली पंपिंग सेट ₹10,000 – ₹40,000
सोलर पंपिंग सेट ₹10,000 – ₹40,000

योजना के लाभ

इस सब्सिडी से किसानों को सिंचाई यंत्र खरीदने में आर्थिक मदद मिलती है, जिससे उन्हें बड़ी रकम का खर्च नहीं करना पड़ता। सिंचाई के लिए आवश्यक यंत्र समय पर उपलब्ध होने से फसल को पानी सही समय पर मिलता है, जिससे फसल का नुकसान कम होता है। सोलर पंप का उपयोग करके किसान बिजली की बचत कर सकते हैं और पर्यावरण को भी नुकसान नहीं पहुंचाते हैं। यह एक टिकाऊ और किफायती विकल्प है। समय पर सिंचाई से फसल का उत्पादन बेहतर होता है, जिससे किसानों की आय में वृद्धि होती है।

किसे आवेदन करना चाहिए?

यह योजना कृषि विभाग और लघु सिंचाई विभाग दोनों के माध्यम से लागू होती है। आप इनमें से किसी एक विभाग में आवेदन कर सकते हैं और अगर आपका आवेदन सही पाया जाता है, तो संबंधित विभाग सब्सिडी राशि आपके खाते में ट्रांसफर कर देगा।

Vikash Beniwal

मेरा नाम विकास बैनीवाल है और मैं हरियाणा के सिरसा जिले का रहने वाला हूँ. मैं पिछले 4 सालों से डिजिटल मीडिया पर राइटर के तौर पर काम कर रहा हूं. मुझे लोकल खबरें और ट्रेंडिंग खबरों को लिखने का अच्छा अनुभव है. अपने अनुभव और ज्ञान के चलते मैं सभी बीट पर लेखन कार्य कर सकता हूँ.