Old Age Pension: हरियाणा में बुढ़ापा पेन्शन लेने वालों की हुई मौज, घर बैठे ले सकेंगे अपनी पेन्शन

By Vikash Beniwal

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Haryana Old Age Pension Scheme

Old Age Pension: बुजुर्ग पेंशनधारकों के लिए एक महत्वपूर्ण सुविधा पेश की गई है. जिससे उन्हें अब जीवित प्रमाणपत्र के लिए दफ्तरों में जाने की कोई आवश्यकता नहीं होगी. भारतीय डाक विभाग (Indian Postal Service) ने इस प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए एक नई योजना शुरू की है. जिसके तहत डाकिया और डाक सेवक पेंशनधारकों के घर जाकर उनका जीवन प्रमाण पत्र जारी करेंगे. अब पेंशनधारकों को इस प्रक्रिया के लिए इधर-उधर भटकने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी और वे आसानी से अपने घर बैठे ही इस सुविधा का लाभ उठा सकेंगे.

डाक विभाग की नई पहल

पेंशनधारकों के लिए यह नई व्यवस्था भारतीय डाक विभाग (India Post) की एक पहल है, जो विशेष रूप से उन वृद्ध पेंशनधारकों के लिए फायदेमंद है. जिन्हें ऑफिसों तक जाने में कठिनाई होती है. अब पेंशनधारकों को अपनी जीवितता प्रमाणित करने के लिए कहीं बाहर नहीं जाना पड़ेगा. भारतीय डाक विभाग के कर्मचारियों द्वारा घर-घर जाकर जीवन प्रमाणपत्र (Digital Life Certificate) देने की प्रक्रिया शुरू की गई है. इस सेवा के लिए पेंशनधारकों से केवल 70 रुपये शुल्क लिया जा रहा है.

ऑनलाइन आवेदन से सरल हुआ जीवन प्रमाण पत्र प्राप्त करना

अब पेंशनधारकों को जीवन प्रमाणपत्र (Life Certificate for Pensioners) प्राप्त करने के लिए किसी भी कार्यालय में जाकर लंबी कतारों में खड़ा होने की आवश्यकता नहीं है. इस प्रक्रिया को ऑनलाइन (Online Life Certificate Service) बना दिया गया है. जिससे पेंशनधारक ऑनलाइन आवेदन करके घर बैठे जीवन प्रमाण पत्र प्राप्त कर सकते हैं. डाक विभाग द्वारा दी गई इस सुविधा के तहत पेंशनधारक केवल अपने आधार नंबर और पेंशन संबंधित विवरण दे सकते हैं और फिर डाकिया उनके घर पर आकर प्रमाणपत्र जारी कर देगा.

आधार और बायोमेट्रिक टेक्नोलॉजी

डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र जारी करने के लिए डाक विभाग ने आधार आधारित बायोमेट्रिक प्रणाली (Aadhaar Based Bio-metric System) का उपयोग किया है. इस प्रणाली के माध्यम से पेंशनधारक का अंगूठा या चेहरे का उपयोग करके उनका सत्यापन (Face Verification for Life Certificate) किया जाता है. इस तकनीक से पेंशनधारकों को अपने जीवित होने का प्रमाण देने में मदद मिलती है और यह प्रक्रिया बेहद सरल और पारदर्शी होती है. अब अगर बुजुर्ग पेंशनधारक अंगूठे से सत्यापन नहीं कर पाते हैं. तो उनके चेहरे से सत्यापन किया जाता है, जिससे प्रक्रिया और भी आसान हो गई है.

Vikash Beniwal

मेरा नाम विकास बैनीवाल है और मैं हरियाणा के सिरसा जिले का रहने वाला हूँ. मैं पिछले 4 सालों से डिजिटल मीडिया पर राइटर के तौर पर काम कर रहा हूं. मुझे लोकल खबरें और ट्रेंडिंग खबरों को लिखने का अच्छा अनुभव है. अपने अनुभव और ज्ञान के चलते मैं सभी बीट पर लेखन कार्य कर सकता हूँ.