Gurugram: गुरुग्राम में पर्यावरण संरक्षण के मद्देनजर डीजल ऑटो रिक्शा के संचालन को जनवरी 2024 से पूरी तरह से बंद करने का निर्णय लिया गया है। जिला प्रशासन ने शनिवार को घोषणा की कि 31 दिसंबर 2024 तक सभी डीजल ऑटो रिक्शा जब्त कर लिए जाएंगे। यह कदम Commission for Air Quality Management (CAQM) के निर्देशों के तहत उठाया जा रहा है, जो एनसीआर क्षेत्र में प्रदूषण को नियंत्रित करने के उद्देश्य से है।
डीजल ऑटो रिक्शा पर प्रतिबंध क्यों लगाया जा रहा है?
गुरुग्राम जिले में कुल 38,400 ऑटो रिक्शा हैं, जिनमें से 1,015 डीजल से चलते हैं। इन डीजल ऑटो रिक्शा का संचालन अब पर्यावरण के लिए खतरे का कारण बन रहा है। डिप्टी कमिश्नर अजय कुमार के अनुसार, यह निर्णय एनसीआर क्षेत्र के प्रदूषण नियंत्रण के लिए किए गए निर्देशों का हिस्सा है, जिसमें 2026 तक एनसीआर क्षेत्र से डीजल ऑटो रिक्शा को हटाने का लक्ष्य रखा गया है। गुरुग्राम, फरीदाबाद, गाजियाबाद और गौतम बुद्ध नगर के लिए यह समय सीमा 31 दिसंबर 2024 है।
अधिकारियों के निर्देश और अभियान
इस आदेश को लागू करने के लिए गुरुग्राम के डिप्टी कमिश्नर ने सभी उप-मंडल अधिकारियों, क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकरण (RTA) के सचिवों और पुलिस अधिकारियों को विशेष अभियान चलाने का निर्देश दिया है। यह अभियान 31 दिसंबर 2024 तक सभी डीजल ऑटो रिक्शा को जब्त करने के लिए चलाया जाएगा।
इसके अलावा, बिना पंजीकरण वाले और नाबालिगों द्वारा चलाए जा रहे ऑटो रिक्शा को भी तत्काल जब्त करने का आदेश दिया गया है। इस अभियान से यह सुनिश्चित किया जाएगा कि नियमों का कड़ाई से पालन हो।
डीजल ऑटो रिक्शा पर प्रतिबंध का असर
गुरुग्राम में हर दिन 77,000 यात्री ऑटो रिक्शा का उपयोग करते हैं। इस प्रतिबंध का प्रभाव इन यात्रियों पर पड़ने वाला है, जो अब इलेक्ट्रिक या CNG ऑटो रिक्शा का उपयोग करने के लिए मजबूर होंगे। इसके अलावा, लगभग 16.49 लाख लोग गुरुग्राम से फरीदाबाद, नोएडा और दिल्ली के बीच यात्रा करते हैं। इस नए फैसले के लागू होने से यात्रा की व्यवस्था में भी बदलाव देखने को मिलेगा।