7th Pay Commission: केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनर्स के लिए जनवरी 2025 में महंगाई भत्ता (Dearness Allowance – DA) में एक और वृद्धि होने वाली है। हालांकि, यह बढ़ोतरी अब तक की सबसे कम रहने का अनुमान है। केंद्रीय सरकार हर छह महीने में महंगाई भत्ते में बदलाव करती है, जो AICPI इंडेक्स (All India Consumer Price Index) पर आधारित होता है। सितंबर 2024 तक के आंकड़ों के अनुसार, जनवरी 2025 में महंगाई भत्ते में केवल 2-3% की वृद्धि हो सकती है, जो कि कर्मचारियों के लिए एक निराशाजनक खबर हो सकती है।
केंद्रीय कर्मचारियों के महंगाई भत्ते का निर्धारण AICPI इंडेक्स के आंकड़ों पर आधारित होता है। लेबर ब्यूरो द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, सितंबर 2024 तक AICPI इंडेक्स 143.3 अंक पर था, जिससे वर्तमान में महंगाई भत्ता 54.49% तक पहुंच चुका है। लेकिन, अक्टूबर, नवंबर और दिसंबर के आंकड़े अभी आना बाकी हैं, जिनके आधार पर महंगाई भत्ते में अगले बदलाव का निर्धारण होगा।
DA Hike का सैलरी पर असर
केंद्रीय कर्मचारियों के सैलरी पर DA का असर सीधा पड़ता है। अगर किसी कर्मचारी की बेसिक सैलरी ₹18,000 है, तो जनवरी 2025 में महंगाई भत्ते में 56% वृद्धि होने पर उनकी मासिक सैलरी में कितनी बढ़ोतरी होगी इससे साफ है कि जनवरी 2025 में महंगाई भत्ते में ₹540 प्रति माह की बढ़ोतरी हो सकती है, जो किसी के लिए मामूली बढ़ोतरी हो सकती है, जबकि कुछ कर्मचारियों के लिए यह राहत का एक छोटा सा संकेत हो सकता है।
महंगाई भत्ता बढ़ोतरी में संभावित कारण
महंगाई भत्ता बढ़ाने का मुख्य उद्देश्य कर्मचारियों को महंगाई के प्रभाव से राहत देना है। लेकिन वर्तमान में बढ़ती महंगाई के बावजूद, यह वृद्धि अपेक्षाकृत कम हो सकती है। इसके कारणों में निम्नलिखित बिंदु हो सकते हैं:
वर्तमान आंकड़ों के आधार पर, महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी का स्तर बहुत अधिक नहीं है। सरकार को अपने वित्तीय घाटे को भी ध्यान में रखते हुए महंगाई भत्ते की वृद्धि करने का निर्णय लेना पड़ता है।सरकार के प्रयासों से महंगाई दर पर नियंत्रण रखने का प्रयास हो सकता है, जिसके कारण महंगाई भत्ते में कम वृद्धि हो रही है।