Indian Air Force Pilot Salary: भारतीय वायुसेना में फाइटर जेट पायलट बनना हर युवा का सपना होता है. इस करियर में अदम्य साहस, जुनून, तेज दिमाग और उच्च स्किल की आवश्यकता होती है. आज हम आपको बताएंगे कि फाइटर जेट पायलट कैसे बन सकते हैं, उनकी सैलरी क्या होती है और इसके लिए क्या योग्यता चाहिए होती है.
फाइटर जेट पायलट बनने की शुरुआत कहां से करें?
भारतीय वायुसेना में फाइटर जेट पायलट बनने के लिए एक मजबूत शैक्षणिक पृष्ठभूमि और उच्च मानसिक और शारीरिक क्षमता की जरूरत होती है. इसके लिए अभ्यर्थियों के पास 12वीं कक्षा में भौतिकी, रसायन विज्ञान और गणित (पीसीएम) के साथ उत्तीर्ण होने की योग्यता होनी चाहिए.
इसके बाद नेशनल डिफेंस एकेडमी (NDA) की प्रवेश परीक्षा पास करके आप वायुसेना के अधिकारी बनने की राह पर कदम रख सकते हैं. यह एक प्रमुख तरीका है जिसके माध्यम से उम्मीदवार वायुसेना, थल सेना और नौसेना में अधिकारी बन सकते हैं.
फाइटर जेट पायलट की सैलरी
भारतीय वायुसेना में फाइटर जेट पायलट की सैलरी उनकी रैंक के अनुसार भिन्न होती है. फाइटर जेट पायलट का वेतन पैकेज न केवल वित्तीय सुरक्षा प्रदान करता है. बल्कि यह उन्हें हाई लाइफ स्टाइल और सम्मान भी देता है. आइए जानते हैं विभिन्न रैंकों पर पायलट की सैलरी:
फ्लाइंग ऑफिसर: फ्लाइंग ऑफिसर के रूप में शुरुआत करने वाले पायलट को प्रतिमाह ₹56,100 से ₹1,10,700 तक का वेतन मिलता है.
फ्लाइंग लेफ्टिनेंट: फ्लाइंग लेफ्टिनेंट की सैलरी ₹61,300 से ₹1,20,900 प्रति माह होती है.
स्क्वॉड्रन लीडर: इस रैंक पर पायलट को ₹69,400 से ₹1,36,900 प्रति माह का वेतन मिलता है.
विंग कमांडर: विंग कमांडर के रूप में पदोन्नति के बाद, सैलरी ₹1,16,700 से ₹2,08,700 प्रति माह होती है.
ग्रुप कैप्टन: ग्रुप कैप्टन की सैलरी ₹1,30,600 से ₹2,15,900 प्रति माह तक हो सकती है.
एयर कोमोडोर: इस उच्च रैंक पर सैलरी ₹1,39,600 से ₹2,17,600 प्रति माह होती है.