लगभग हर घर में दो पहिया वाहन जैसे बाइक जरूर होते हैं। इसलिए अधिकांश लोगों को गियर के बारे में पता होता है कि यह क्या होता है। गियर का मुख्य कार्य वाहन की स्पीड को नियंत्रित करना और इंजन पर अतिरिक्त जोर न डालना है। गियर को गाड़ी की स्पीड के अनुसार बदला जाता है। ताकि इंजन पर जोर न पड़े और गाड़ी अच्छे से चल सके।
रोड पर गियर बदलने की आवश्यकता
सड़क पर गियर बदलने की जरूरत इसलिए पड़ती है क्योंकि सड़क पर एक जैसी स्पीड में गाड़ी नहीं चलाई जा सकती है। ट्रैफिक, मोड़ और विभिन्न सड़क परिस्थितियों के कारण गियर बदलने की आवश्यकता होती है। गियर बदलने से न केवल वाहन की स्पीड नियंत्रित होती है। बल्कि इंजन की उम्र भी बढ़ती है और ईंधन की खपत भी कम होती है।
हवाई जहाज में गियर
लेकिन हवाई सफर के दौरान गियर का सवाल कैसे आया? हवाई जहाजों में गियर की आवश्यकता और उनके उपयोग को समझने के लिए हमें पहले ट्रेन के गियर सिस्टम को समझना होगा। धरती पर सबसे बड़ी पैसेंजर गाड़ी ट्रेन है और ट्रेन में भी गियर बदलने की जरूरत होती है।
ट्रेन में गियर का उपयोग
ट्रेन में गियर का मुख्य कार्य इंजन की पावर और स्पीड को नियंत्रित करना है। ट्रेन की स्पीड और वजन के अनुसार गियर बदले जाते हैं। ताकि इंजन की क्षमता का पूरा उपयोग हो सके और ट्रेन सही स्पीड पर चल सके।
हवाई जहाज में गियर का इस्तेमाल
हवाई जहाज में गियर का सवाल इसलिए उठता है। क्योंकि जमीन पर चलने वाले वाहनों में गियर का उपयोग होता है। तो क्या आसमान में उड़ने वाले हवाई जहाज में भी गियर का उपयोग होता है? जवाब भी समझिए प्लेन में गियर का इस्तेमाल होता भी है और नहीं भी।
प्लेन में गियर का अलग काम
जिस काम के लिए गियर बदला जाता है। वह बाइक या कार के इंजन की तरह काम नहीं करता है। हवाई जहाज में गियर का मुख्य कार्य स्पीड बढ़ाना नहीं होता है। बल्कि यह टेकऑफ और लैडिंग के दौरान प्रेशर को नियंत्रित करने में मदद करता है।
प्लेन में नहीं होते नॉर्मल गियर
टेक्निकली तौर पर प्लेन में गियर नहीं होता। लेकिन प्लेन को टेकऑफ या लैडिंग के दौरान गियर का इस्तेमाल होता है। प्लेन के गियर का काम स्पीड बढ़ाना नहीं। बल्कि प्रेशर को नियंत्रित करना होता है ताकि एयरप्लेन को उड़ने और उतरने में मदद मिल सके।
गियर और प्रेशर का संबंध
हवाई जहाज में गियर का मुख्य कार्य प्रेशर को नियंत्रित करना है। टेकऑफ और लैडिंग के दौरान हवाई जहाज को अधिकतम प्रेशर की आवश्यकता होती है, ताकि वह सुरक्षित तरीके से उड़ान भर सके और लैंड कर सके। इस दौरान गियर का उपयोग प्रेशर को नियंत्रित करने और विमान को स्थिर रखने में मदद करता है।
प्लेन में गियर का तकनीकी कार्य
हवाई जहाज में गियर का तकनीकी कार्य इंजन की पावर और प्रोपेलर की स्पीड को नियंत्रित करना होता है। टेकऑफ के समय प्रोपेलर की स्पीड बढ़ाने और लैडिंग के समय उसे कम करने के लिए गियर का उपयोग होता है। यह प्रक्रिया विमान को स्थिर रखने और सुरक्षित उड़ान सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
गियर का उपयोग और हवाई जहाज सुरक्षा
गियर का सही उपयोग हवाई जहाज सुरक्षा में महत्वपूर्ण होता है। टेकऑफ और लैडिंग के समय गियर का सही उपयोग विमान को सुरक्षित रखने और उड़ान के दौरान प्रेशर को नियंत्रित करने में मदद करता है। इसके अलावा गियर का सही उपयोग ईंधन की खपत को भी नियंत्रित करता है। जिससे हवाई जहाज की ऑपरेशनल लागत कम होती है।