New Rail Service: हरियाणा सरकार ने अपनी नई परियोजना के तहत गुरुग्राम और ग्रेटर नोएडा के बीच एक नया रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (RRTS) कॉरिडोर बनाने की योजना बनाई है. इस कॉरिडोर के बनने से न केवल यातायात में सुविधा होगी. बल्कि यह समय भी बचाएगा और पर्यावरणीय दबाव को भी कम करेगा.
केंद्र सरकार की बड़ी योजना
केंद्र सरकार ने इस कॉरिडोर की योजना को अनुमोदित करते हुए इसे राष्ट्रीय महत्व की परियोजना के रूप में चिन्हित किया है. 60 किलोमीटर लंबे इस कॉरिडोर को गुरुग्राम के राजीव चौक से ग्रेटर नोएडा के सूरजपुर तक जोड़ा जाएगा. जिससे दिल्ली-NCR में परिवहन व्यवस्था को नई दिशा मिलेगी.
परियोजना की लागत और विशेषताएं
इस प्रोजेक्ट पर अनुमानित 15 हजार करोड़ रुपये की लागत आने की संभावना है. इस कॉरिडोर पर 8 स्टेशन प्रस्तावित हैं जो कि क्षेत्रीय नागरिकों को तेज और सुविधाजनक सेवाएं प्रदान करेंगे.
नेतृत्व की भूमिका और चर्चाएं
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी और केंद्रीय शहरी एवं आवास मंत्री मनोहर लाल खट्टर के बीच इस परियोजना को लेकर कई बैठकें हुई हैं. इन चर्चाओं में RRTS कॉरिडोर के विकास पर मुख्य फोकस रहा है और इसे दिल्ली स्थित IGI एयरपोर्ट तक विस्तारित करने की योजना भी शामिल है.
विस्तार और भविष्य की योजनाएं
इस कॉरिडोर के भविष्य में विस्तार की संभावनाएं अत्यधिक हैं. जिसमें सराय काले खां से राजस्थान के धारूहेड़ा और बावल तक इसे बढ़ाने की योजना है. यह न केवल कनेक्टिविटी बढ़ाएगा बल्कि क्षेत्रीय विकास को भी गति प्रदान करेगा.