हरियाणा सरकार ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है जिसके अनुसार राज्य के सभी किसानों को जिन्होंने 1 जनवरी 2022 से 31 दिसंबर 2023 के बीच ट्यूबवेल कनेक्शन के लिए आवेदन किया है। नए कनेक्शन दिए जाएंगे। उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम के प्रबंध निदेशक डॉ. साकेत कुमार ने 11 जुलाई 2024 को इस संबंध में दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इस पहल का उद्देश्य किसानों को सिंचाई के लिए आवश्यक संसाधन प्रदान करना है ताकि वे अधिक उत्पादकता प्राप्त कर सकें।
ट्यूबवेल कनेक्शन के लिए नए मानदंड
सरकार ने निर्देश दिया है कि 10 बीएचपी तक के ट्यूबवेल कनेक्शन हरियाणा सरकार के अक्षय ऊर्जा विभाग (हरेडा) द्वारा सोलर मोड पर और 10 बीएचपी से ऊपर और 35 बीएचपी तक के कनेक्शन बिजली विभाग द्वारा जारी किए जाएंगे। इससे ऊर्जा की बचत होगी और पर्यावरणीय स्थिरता को भी बढ़ावा मिलेगा।
जल संरक्षण की अनिवार्यता
भूमिगत जल स्तर की गिरावट एक गंभीर समस्या है। जिसके निवारण के लिए नीति निर्धारकों ने कदम उठाए हैं। जहां जल स्तर 100 फुट से नीचे है, वहां ट्यूबवेल कनेक्शन के लिए माइक्रोइरिगेशन सिस्टम की स्थापना अनिवार्य की गई है। इससे जल का संरक्षण होगा और खेती में जल का उपयोग कुशलता से हो सकेगा।
उपभोक्ताओं के लिए ऊर्जा कुशल उपाय
इसके अलावा नए ट्यूबवेल कनेक्शन पाने के लिए थ्री स्टार एनर्जी एफिशिएंट मोटर पंप सेट लगाने की शर्त जारी रहेगी। इससे ऊर्जा की खपत कम होगी और किसानों को दीर्घकालिक लाभ प्राप्त होंगे।
सरकारी प्रयासों का सकारात्मक प्रभाव
इन पहलों से हरियाणा में कृषि क्षेत्र में सुधार की उम्मीद है। किसानों को समर्थन प्रदान करने और जल संरक्षण के उपायों को अपनाने से न केवल खेती में सुधार होगा। बल्कि पर्यावरण की सुरक्षा में भी योगदान दिया जा सकेगा। हरियाणा सरकार के ये निर्णय निश्चित तौर पर किसानों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने में मदद करेंगे और उन्हें अधिक सुविधाजनक तथा स्थायी कृषि प्रथाएं अपनाने का मौका देंगे।