Ganga Expressway: मेरठ से प्रयागराज तक विस्तृत गंगा एक्सप्रेस-वे (Ganga Expressway) के निर्माण कार्य में नई प्रगति हुई है. यह एक्सप्रेस-वे आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे (Agra-Lucknow Expressway) से इटावा के पास जुड़ेगा. जिससे उत्तर प्रदेश के महत्वपूर्ण शहरों के बीच यात्रा समय में काफी कमी आएगी. इस लिंक एक्सप्रेस-वे की लंबाई करीब 92 किलोमीटर होगी. जिसका निर्माण कार्य भी जल्द शुरू होने की संभावना है.
लिंक एक्सप्रेस-वे की योजना और इसकी अहमियत
इस नए लिंक एक्सप्रेस-वे का मुख्य उद्देश्य मेरठ और प्रयागराज के बीच यातायात को सुगम बनाना है. यह लिंक वाया फर्रुखाबाद, इटावा के कुदरैल गांव से शुरू होकर हरदोई के कौसया गांव में समाप्त होगा. यूपीडा (UPIDA) द्वारा दिए गए तीन रूट प्रस्तावों में से इस सबसे छोटे रूट को शासन से सैद्धांतिक मंजूरी प्राप्त हो चुकी है.
महाकुंभ 2025 के पहले तैयार होगा गंगा एक्सप्रेस-वे
राज्य सरकार ने महाकुंभ 2025 से पहले गंगा एक्सप्रेस-वे को चालू करने की योजना बनाई है. इस एक्सप्रेस-वे के तैयार होने से मेरठ से प्रयागराज तक का सफर जो अभी 10 से 12 घंटे में पूरा होता है. वह केवल 6 घंटे में पूरा हो सकेगा. इससे न केवल समय की बचत होगी बल्कि यात्रा की सुविधा में भी वृद्धि होगी.
गंगा एक्सप्रेस-वे की विशेषताएं और सुविधाएं
इस एक्सप्रेस-वे पर 1481 स्ट्रक्चर जिसमें बड़े और छोटे पुल तथा आरओबी (ROB) शामिल हैं. बनाए जा रहे हैं. अब तक 1085 स्ट्रक्चर्स का निर्माण पूरा कर लिया गया है. इस एक्सप्रेस-वे की विशेषता यह है कि यह न केवल यातायात को सुगम बनाएगा. बल्कि आपातकालीन सेवाओं के लिए भी अधिक कुशलता प्रदान करेगा.
भविष्य के लिए गंगा एक्सप्रेस-वे की भूमिका
इस एक्सप्रेस-वे के निर्माण से न केवल मेरठ और प्रयागराज के बीच की दूरी कम होगी. बल्कि यह लखनऊ, दिल्ली और पूर्वांचल के अन्य जिलों को भी जोड़ेगा. इससे कुंभ मेला जैसे बड़े आयोजनों में शामिल होने के लिए आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों को भी अधिक सुविधा होगी. इस प्रकार गंगा एक्सप्रेस-वे उत्तर प्रदेश के विकास में एक महत्वपूर्ण कड़ी साबित होगा.