Ganga Expressway: पश्चिमी उत्तर प्रदेश से पूर्वी उत्तर प्रदेश को जोड़ने वाले योगी सरकार के शानदार प्रोजेक्ट गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण (construction of Ganga Expressway) कार्य तेजी से चल रहा है। इस 594 किमी लंबी एक्सप्रेसवे परियोजना का उद्देश्य यातायात को सुगम बनाना है। जिससे न केवल यात्रा का समय कम होगा। बल्कि व्यापारिक और औद्योगिक गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलेगा।
निर्माण कार्य में प्रगति
गंगा एक्सप्रेसवे पर निर्माण कार्य शुरू हो चुका है और 90 प्रतिशत स्ट्रक्चर का कार्य (structural work) पूरा हो चुका है। डामरीकरण (asphalting) का कार्य भी लगभग 70 प्रतिशत पूरा हो चुका है। यह प्रोजेक्ट न केवल दो महत्वपूर्ण शहरों को जोड़ेगा। बल्कि यातायात दृष्टिकोण से भी क्रांतिकारी साबित होगा।
ओवरब्रिज निर्माण में तेजी
संभल जिले में ओवरब्रिज का निर्माण 85 प्रतिशत पूरा हो चुका है। इस क्षेत्र में एक रेलवे ओवरब्रिज सहित कई ओवरब्रिज बनाए जा रहे हैं। जिनके पिलर्स खड़े किए जा चुके हैं। इससे इस क्षेत्र में यातायात की सुविधा में बढ़ोतरी होगी और आस-पास के गांवों को भी लाभ मिलेगा।
औद्योगिक विकास और इंटरचेंजिंग
एक्सप्रेसवे के निर्माण के साथ ही औद्योगिक गलियारों (industrial corridors) के विकास पर भी काम चल रहा है। मेरठ, मुरादाबाद और अलीगढ़ को जोड़ने के लिए कई इंटरलिंकिंग प्रोजेक्ट्स शुरू हुए हैं। जिससे यह क्षेत्र व्यापारिक रूप से और सक्रिय हो जाएगा।
विस्तार की संभावनाएं
वर्तमान में छह लेन का बन रहा यह एक्सप्रेसवे भविष्य में आठ लेन में विस्तारित (expansion to eight lanes) किया जा सकता है। इसके लिए पहले से ही जरूरी जगह का अधिग्रहण किया जा रहा है और रेस्क्यू लेन को भी चौड़ा बनाया जा रहा है ताकि जरूरत पड़ने पर इसका विस्तार किया जा सके।