Indian Railways: हिंदू-मुस्लिमों के लिए ट्रेन में होती थी चाय-पानी की अलग व्यवस्था, सच्चाई जानकर नही होगा भरोसा

By Vikash Beniwal

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Indian Railways: भारतीय रेलवे जो कभी छोटे और सीमित नेटवर्क (limited network) के साथ शुरू हुआ था. आज यह विश्व की सबसे बड़ी रेल नेटवर्कों में से एक है. पुराने समय में जहाँ चाय-पानी की सुविधाएं नाममात्र की होती थीं. वहीं आज ट्रेन के अंदर यात्रियों को खाने-पीने का सामान (onboard catering) आराम से उपलब्ध होता है. इसमें ऑनलाइन फूड बुकिंग की सुविधा भी शामिल है. जिससे यात्री अपने सफर के दौरान आसानी से भोजन मंगा सकते हैं.

भारतीय रेलवे में धार्मिक विभाजन का इतिहास

भारतीय रेलवे के इतिहास में एक समय ऐसा भी था जब हिंदू और मुस्लिम यात्रियों के लिए अलग-अलग चाय पानी (separate facilities) की व्यवस्था होती थी. यह व्यवस्था उस समय की सामाजिक और धार्मिक संवेदनशीलताओं को दर्शाती है. ट्रेनों में घूमकर ‘हिंदू पानी-मुस्लिम पानी’ चिल्लाने वाले पानी पाड़े इस विभाजन के प्रतीक थे.

आजादी के बाद के बदलाव

आजादी के बाद भारतीय रेलवे में कई सामाजिक बदलाव आए. धार्मिक आधार पर की गई खाने-पीने की अलग-अलग व्यवस्था को धीरे-धीरे समाप्त कर दिया गया. आज रेलवे स्टेशनों पर और ट्रेनों में सभी के लिए एक समान खान-पान की सुविधाएँ (uniform facilities) उपलब्ध हैं, जो कि भारतीय समाज की विविधता और समावेशिता को दर्शाती हैं.

Vikash Beniwal

मेरा नाम विकास बैनीवाल है और मैं हरियाणा के सिरसा जिले का रहने वाला हूँ. मैं पिछले 4 सालों से डिजिटल मीडिया पर राइटर के तौर पर काम कर रहा हूं. मुझे लोकल खबरें और ट्रेंडिंग खबरों को लिखने का अच्छा अनुभव है. अपने अनुभव और ज्ञान के चलते मैं सभी बीट पर लेखन कार्य कर सकता हूँ.