Haryana News: दिल्ली-एनसीआर समेत हरियाणा के कई शहर भीषण प्रदूषण (pollution levels) की चपेट में हैं. हाल ही में गुरुग्राम में दर्ज किया गया वायु गुणवत्ता सूचकांक 576 तक पहुँच गया, जो कि स्वास्थ्य के लिए अत्यधिक हानिकारक (severe air pollution) है. इस चिंताजनक स्थिति के जवाब में दिल्ली सरकार ने ग्रैप-4 को लागू किया है.
ग्रैप 4 नियमों का हरियाणा के जिलों पर असर
हरियाणा सरकार ने प्रदूषण के कारण पानीपत, रोहतक, झज्जर, सोनीपत और नूंह जिलों में कक्षा 5वीं तक के स्कूल बंद करने के निर्देश दिए हैं. इस विस्तार से 14 शहरों में ग्रैप-4 की सख्ती (GRAP 4 enforcement) लागू की गई है. जिसमें फरीदाबाद, गुरुग्राम और करनाल जैसे प्रमुख शहर शामिल हैं.
परिवहन और वाणिज्य पर प्रतिबंधों का प्रभाव
ग्रैप 4 के अंतर्गत डीजल वाहनों (diesel vehicles ban) पर प्रतिबंध के कारण, फल, दूध और सब्जियों की कीमतें बढ़ सकती हैं. यह प्रतिबंध दिल्ली और हरियाणा के बीच की आवाजाही पर भी असर डाल सकता है. जिससे परिवहन सेवाओं में बाधा (transport disruption) उत्पन्न हो सकती है.
ग्रैप 4 में शामिल प्रतिबंध
इस नीति के तहत दिल्ली में नॉन-बीएस 4 डीजल वाहनों की एंट्री पर रोक लगाई गई है. साथ ही साथ सड़क और अन्य इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं (infrastructure projects delay) पर भी निर्माण कार्यों को सीमित किया गया है. इससे व्यापार और निर्माण क्षेत्रों में व्यवधान पैदा हो सकता है.
लंबे समय तक प्रभाव और समाधान
यह अत्यंत आवश्यक है कि सरकारें और संबंधित विभाग न केवल तात्कालिक उपायों पर ध्यान दें. बल्कि दीर्घकालिक समाधानों (sustainable pollution control) पर भी कार्य करें ताकि भविष्य में इस तरह की स्थितियों से बचा जा सके. स्वच्छ ऊर्जा स्रोतों को अपनाने, वाहन उत्सर्जन मानकों को कड़ा करने और जन जागरूकता कार्यक्रमों को मजबूत करने की दिशा में अधिक से अधिक प्रयास किए जाने चाहिए.