Delhi Dehradun Expressway: दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे जो कि 208 किमी लंबा है. अपने निर्माण के चरम पर है. यह एक्सप्रेसवे दिल्ली से देहरादून के बीच यात्रा की अवधि को कम कर देगा. जिससे यह यात्रा मात्र 2.5 घंटे में पूरी की जा सकेगी. इस आधुनिक मार्ग का मुख्य उद्देश्य यात्रा के समय को कम करने के साथ-साथ यात्रा के अनुभव को भी बेहतर बनाना है.
प्रौद्योगिकी और पर्यावरण संरक्षण
एक्सप्रेसवे को चार मुख्य खंडों में बांटा गया है और यह कई वन क्षेत्रों से होकर गुजरता है. NHAI (National Highways Authority of India) ने इसे डिज़ाइन करते समय विशेष ध्यान रखा है कि पर्यावरण पर कम से कम प्रभाव पड़े. इसी कारण से एक्सप्रेसवे पर विशेष साउंड बैरियर्स (Sound Barriers) लगाए गए हैं जो वाहनों के शोर को वन्यजीवों तक पहुंचने से रोकते हैं. इसके अलावा, इन बैरियर्स की मदद से वाहनों की लाइट भी वन्यजीवों की आंखों को परेशानी नहीं देगी. जिससे उनका प्राकृतिक जीवन चक्र बाधित नहीं होगा.
निर्माण और रोड सेफ्टी ऑडिट
इस वर्ष नवंबर में दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे का रोड सेफ्टी ऑडिट किया जाएगा. यह ऑडिट यह सुनिश्चित करने के लिए किया जाता है कि सड़क के निर्माण में किसी भी प्रकार की कमी तो नहीं है और यह यात्रियों के लिए पूरी तरह से सुरक्षित है. इस ऑडिट से प्राप्त निष्कर्षों के आधार पर आवश्यक सुधार कार्य भी किए जाएंगे.
निर्माण की प्रगति और अनुमानित समय
एक्सप्रेसवे के पहले दो खंडों का निर्माण कार्य इस वर्ष दिसंबर में पूरा होने की उम्मीद है, जिसके बाद इसे जनता के लिए खोल दिया जाएगा. शेष दो खंडों के निर्माण की प्रगति भी तेजी से चल रही है और इसके मई 2025 तक पूरा होने की संभावना है. इस प्रकार, यह एक्सप्रेसवे न केवल यात्रा के समय को कम करेगा. बल्कि यात्रा को अधिक सुखद और सुरक्षित भी बनाएगा.