Express Vs Superfast Train: भारतीय रेलवे देश के परिवहन तंत्र की रीढ़ कही जा सकती है. जहां रोजाना हजारों ट्रेनें (thousands of trains daily) चलती हैं और लाखों लोग इनका उपयोग करते हैं. यह नेटवर्क विभिन्न शहरों, कस्बों और गांवों को जोड़ता है. जिससे यात्रियों के लिए सफर सुगम होता है.
ट्रेनों का उपयोग
भारत में करीब 53 प्रतिशत लोग (about 53 percent of the population) ट्रेन का सफर करते हैं. जिससे यह स्पष्ट होता है कि रेलवे का महत्व कितना अधिक है. यह आँकड़ा दर्शाता है कि आम आदमी के दैनिक जीवन में ट्रेन कितनी महत्वपूर्ण है.
एक्सप्रेस और सुपरफास्ट ट्रेनों में अंतर
अनेक लोगों को यह नहीं पता कि एक्सप्रेस और सुपरफास्ट ट्रेनों में क्या अंतर होता है. एक्सप्रेस ट्रेनें आम तौर पर 55 किमी प्रतिघंटे (express trains speed) से चलती हैं और अधिक स्टॉपेज होते हैं. जबकि सुपरफास्ट ट्रेनें 110 किमी प्रतिघंटे तक की गति से चल सकती हैं और इनके स्टॉपेज कम होते हैं.
एक्सप्रेस ट्रेनों की विशेषताएँ
एक्सप्रेस ट्रेनें जो किसी व्यक्ति शहर या जगह के नाम पर रखी जाती हैं. इनका निर्धारित रूट पर काफी अधिक स्टॉपेज (more stops) होता है. यह यात्रियों को उनके नजदीकी स्थानों पर उतारने में सहायक होती हैं.
सुपरफास्ट ट्रेनों का लाभ
सुपरफास्ट ट्रेनें जिनकी रफ्तार अधिक होती है. वे लंबी दूरी को कम समय में तय करती हैं. इन ट्रेनों में कम स्टॉपेज (fewer stops) के कारण यात्रा का समय कम होता है और यात्री जल्दी अपने गंतव्य तक पहुँच सकते हैं.