क्रेडिट स्कोर और डिजिटल वेरिफिकेशन! RBI के नए होम लोन नियम लागू

By Vikash Beniwal

Published on:

RBI

RBI: 20 नवंबर 2024 से, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के नए दिशानिर्देश लागू हो गए हैं। इन बदलावों का मुख्य उद्देश्य होम लोन प्रक्रिया को पारदर्शी और ग्राहक-अनुकूल बनाना है। इससे बैंकों और हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों पर ग्राहकों की सुविधा और सुरक्षा को प्राथमिकता देने की ज़िम्मेदारी बढ़ेगी।

आइए जानते हैं इन नए बदलावों के प्रमुख बिंदु:

1. क्रेडिट स्कोर अब बना अनिवार्य

होम लोन के लिए क्रेडिट स्कोर का महत्व अब और बढ़ गया है। अगर आप होम लोन लेना चाहते हैं, तो आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा होना चाहिए। यह स्कोर आपकी क्रेडिट हिस्ट्री और वित्तीय जिम्मेदारी को दर्शाता है। 700 या उससे अधिक स्कोर रखने वाले ग्राहकों को कम ब्याज दरों का लाभ मिल सकता है।

2. आसान डॉक्युमेंटेशन प्रक्रिया

अब ग्राहकों को अपनी पहचान और आय साबित करने के लिए केवल कुछ मानक दस्तावेज़, जैसे कि PAN कार्ड, आधार कार्ड, और सैलरी स्लिप देना होगा। इससे प्रक्रिया सरल और तेज़ हो जाएगी।

3. रियल एस्टेट में पारदर्शिता बढ़ेगी

बैंक और हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों को यह सुनिश्चित करना होगा कि बिल्डर के प्रोजेक्ट्स की पूरी जानकारी ग्राहकों तक पहुंचे। इसके तहत बिल्डर का RERA अप्रूवल और अन्य कानूनी स्वीकृतियां अनिवार्य कर दी गई हैं।

4. फ्लेक्सिबल लोन रीस्ट्रक्चरिंग

RBI ने लोन पुनर्गठन को और आसान बना दिया है। अगर ग्राहक किसी आर्थिक समस्या का सामना कर रहे हैं, तो अब उनके लोन की शर्तों में बदलाव किया जा सकेगा।

5. महिलाओं को मिलेगा ब्याज दर पर छूट

कुछ खास योजनाओं में महिलाओं को सह-आवेदक बनाकर ब्याज दर में छूट दी जा रही है। यह कदम महिलाओं को संपत्ति के स्वामित्व में प्रोत्साहन देगा।

6. EMI और रीपेमेंट पर लाइव अपडेट्स

अब बैंक ग्राहकों को उनके लोन भुगतान की स्थिति और EMI का पूरा रिकॉर्ड साझा करेंगे। यह जानकारी समय-समय पर अपडेट की जाएगी, जिससे ग्राहकों को अपने भुगतान की स्थिति पर नजर रखने में आसानी होगी।

7. डिजिटल वेरिफिकेशन से बढ़ेगी सुरक्षा

अब दस्तावेज़ डिजिटल माध्यम से वेरिफाई किए जाएंगे। यह कदम न केवल प्रक्रिया को तेज़ बनाएगा, बल्कि धोखाधड़ी के मामलों को भी कम करेगा।

8. ग्रीन होम लोन का फायदा

जो ग्राहक पर्यावरण-अनुकूल प्रोजेक्ट्स के लिए होम लोन लेते हैं, उन्हें विशेष रियायतें मिलेंगी। इससे सस्टेनेबल हाउसिंग को बढ़ावा मिलेगा।

9. अंडर-कंस्ट्रक्शन प्रोजेक्ट्स के लिए कड़े नियम

अंडर-कंस्ट्रक्शन प्रोजेक्ट्स के लिए लोन लेते समय यह सुनिश्चित करना होगा कि प्रोजेक्ट RERA-प्रमाणित है। इससे ग्राहक सुरक्षित निवेश कर सकेंगे।

10. सभी बदलाव ग्राहकों के हित में

यह नए नियम ग्राहकों को न केवल वित्तीय सुरक्षा देंगे, बल्कि होम लोन प्रक्रिया को भी सरल और तेज़ बनाएंगे।

अधिक जानकारी कैसे पाएं?

इन बदलावों से संबंधित अधिक जानकारी के लिए आप अपनी बैंक शाखा, RBI की आधिकारिक वेबसाइट, या बिल्डर से संपर्क कर सकते हैं।

Vikash Beniwal

मेरा नाम विकास बैनीवाल है और मैं हरियाणा के सिरसा जिले का रहने वाला हूँ. मैं पिछले 4 सालों से डिजिटल मीडिया पर राइटर के तौर पर काम कर रहा हूं. मुझे लोकल खबरें और ट्रेंडिंग खबरों को लिखने का अच्छा अनुभव है. अपने अनुभव और ज्ञान के चलते मैं सभी बीट पर लेखन कार्य कर सकता हूँ.