Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य को बीसवीं सदी के सबसे ज्ञानी और विद्वान व्यक्ति के तौर पर भी जाना जाता है. आज के समय में भी अगर कहा जाए तो शायद ही कोई ऐसा हो जो इनके बारे में न जानता हो. बता दें आचार्य चाणक्य ने अपने जीवनकाल के दौरान कई तरह की नीतियों की रचना की थी जिसमें उन्होंने जीवन से जुड़ी कायै तरह की महत्वपूर्ण बातों का जिक्र किया था. कहा जाता है अगर कोई भी व्यक्ति आचार्य चाणक्य द्वारा बताये गए मार्ग पर चलता है या फिर उनकी बताई बातों का पालन करता है तो ऐसे में उसे एक काफी सफल और समृद्ध जीवन मिलता है.
चाणक्य की ये नीतियां आज भी उतनी ही प्रासंगिक हैं जितनी उनके समय में थीं. इन नीतियों का पालन करने वाली महिलाएं न केवल अपने व्यक्तिगत जीवन में सफलता प्राप्त करती हैं बल्कि अपने परिवार के जीवन को भी समृद्ध बनाती हैं. ये गुण न केवल एक सुखी वैवाहिक जीवन के लिए महत्वपूर्ण हैं बल्कि एक सुखी सामाजिक जीवन के लिए भी अनिवार्य हैं.
महिलाओं की मन की सुंदरता
चाणक्य नीति के अनुसार जो महिलाएं चेहरे की खूबसूरती पर नहीं बल्कि मन की खूबसूरती को महत्व देती हैं वे हमेशा खुशहाली से भरी जिंदगी जीती हैं. ऐसी महिलाएं अपने पति से अधिक प्यार (Loving Relationship) प्राप्त करती हैं और उनकी शादीशुदा जिंदगी भी अधिक सुखमय होती है.
क्रोध न करने वाली महिला
चाणक्य नीति बताती है कि जो महिलाएं कभी गुस्सा नहीं करतीं और हर स्थिति में शांत रहती हैं उनका जीवन अधिक खुशहाल और संतुष्ट (Peaceful Life) रहता है. ऐसी महिलाएं जिस घर में जाती हैं वहां शांति और सुकून का माहौल बना रहता है.
सम्मान देने वाली महिला
चाणक्य कहते हैं कि जो महिलाएं बड़ों का आदर और छोटों का सम्मान (Respect and Admiration) करना जानती हैं उन्हें शादी के बाद उनके ससुराल में भरपूर प्रेम मिलता है. यह सम्मान का भाव उन्हें ससुराल में एक विशेष स्थान दिलाता है.
धैर्यवान महिला
आचार्य चाणक्य के अनुसार धैर्यवान महिलाएं अपने परिवार को हर परिस्थिति में संभालने में सक्षम होती हैं. ये महिलाएं परिवार को आपस में जोड़े रखने में माहिर होती हैं और घर को एक स्वर्ग (Harmonious Home) जैसा बना देती हैं.
(Disclaimer: इस आर्टिकल में दी गई जानकारियां और सूचनाएं इंटरनेट से ली गई हैं। Dharataltv.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें।)