Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य जिन्हें कौटिल्य भी कहा जाता है। भारतीय इतिहास (Indian history) के प्रमुख अर्थशास्त्री और राजनीतिक रणनीतिकार थे। उन्होंने अपने गहन अध्ययन और अनुभव से अर्थशास्त्र और चाणक्य नीति जैसी महत्वपूर्ण रचनाएँ कीं।
चाणक्य नीति में बताई पत्नी की विशेषताएँ
आचार्य चाणक्य के अनुसार एक महिला के पाँच मुख्य गुण (qualities of a good wife) होने चाहिए। जिनमें वफादारी, बुद्धिमता, सदाचार, मधुर वाणी और घर को अच्छी तरह से चलाने की क्षमता शामिल हैं।
वफादारी और पवित्रता
वफादारी और पवित्रता (Loyalty and purity) को चाणक्य अत्यधिक महत्वपूर्ण मानते हैं। एक पत्नी की यह खूबी न केवल पति के प्रति उसके समर्पण को दर्शाती है। बल्कि परिवार की नींव को मजबूत करती है।
बुद्धिमत्ता और संवाद कौशल
चाणक्य का मानना था कि बुद्धिमान और संवाद में कुशल पत्नी (intelligent wife) अपने पति के जीवन में सकारात्मकता लाती है और परिवार में खुशहाली बढ़ाती है।
सदाचार और नैतिकता
एक अच्छी पत्नी को अपने नैतिक मूल्यों (ethical values) को ऊंचा रखना चाहिए। चाणक्य के अनुसार एक ऐसी महिला जो अपने कर्मों में पवित्रता और ईमानदारी बरतती है। वह पति के लिए अच्छा साथी साबित होती है।
वाणी में मधुरता
पति के प्रति मधुर वाणी (sweetness in speech) वाली पत्नी सिर्फ पति ही नहीं। बल्कि पूरे परिवार के दिल में विशेष स्थान बना लेती है। चाणक्य इसे एक महत्वपूर्ण गुण मानते हैं।
घर चलाने में दक्षता
घर को दक्षतापूर्वक चलाने वाली पत्नी (efficient homemaker) न केवल अपने परिवार की आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करती है बल्कि परिवार को एकजुट भी रखती है। चाणक्य के अनुसार ऐसी महिला परिवार की अमूल्य संपत्ति होती है।
(Disclaimer: इस आर्टिकल में दी गई जानकारियां और सूचनाएं इंटरनेट से ली गई हैं। Dharataltv.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें।)