Multiple Bank Account: तरुण एक आईटी प्रोफेशनल हैं जिन्होंने अपने 10 साल के करियर में 5 बार नौकरी बदली. नई नौकरी के साथ उन्होंने नए बैंक में खाता खोला लेकिन पुराने खातों को बंद करना भूल गए. ऐसा अनजाने में अन्य कई लोगों के साथ भी हो सकता है. जब आपके पास एक से अधिक बैंक खाते होते हैं तो इसके कई दुष्परिणाम हो सकते हैं.
मिनिमम बैलेंस की चुनौती
जब आपके पास एक से अधिक बैंक खाते होते हैं तो हर खाते में एक निश्चित राशि मेनटेन करनी पड़ती है. इससे आपका काफी पैसा बैंकों में ही बंध जाता है जो कि बहुत कम ब्याज दर (Savings Bank account interest rate) पर उपलब्ध होता है. इस बजाए अगर यह धन किसी दूसरी वित्तीय योजना में लगाया जाए तो आपको बेहतर रिटर्न प्राप्त हो सकता है.
अतिरिक्त चार्जेज का बोझ
अधिक बैंक खाते होने की स्थिति में बैंक आपसे वार्षिक रखरखाव शुल्क (Bank account maintenance fee) और अन्य सेवा शुल्क (Bank service charge) लेते हैं. इसके अलावा क्रेडिट कार्ड और डेबिट कार्ड के लिए भी बैंक अलग से पैसे वसूलते हैं. इस प्रकार के चार्जेज से आपकी वित्तीय स्थिति पर असर पड़ता है.
क्रेडिट स्कोर पर नकारात्मक असर
जब आपके अधिक निष्क्रिय खाते होते हैं और उनमें न्यूनतम बैलेंस नहीं होता है तो इससे आपका क्रेडिट स्कोर प्रभावित होता है. इसलिए नौकरी बदलते समय ऐसे खातों को बंद करना उचित होता है.
आयकर विभाग की निगरानी
जब आपके पास अधिक बैंक खाते होते हैं तो आयकर देने के समय आपको कई जटिलताओं का सामना करना पड़ता है. सभी खातों की जानकारी और उनके स्टेटमेंट्स का रिकॉर्ड रखना जरूरी होता है. अगर आप सभी खातों की जानकारी नहीं देते हैं तो यह आयकर विभाग की नजर में आ सकता है.
सैलरी खाता से सेविंग खाते में बदलाव
जब किसी सैलरी खाते में तीन महीने तक सैलरी नहीं आती तो वह सेविंग खाते में परिवर्तित हो जाता है. इसके बाद बैंक उस खाते को सेविंग खाते के रूप में मानते हैं और उसमें न्यूनतम राशि मेनटेन करना आवश्यक होता है. अगर आप यह राशि मेनटेन नहीं करते हैं तो आपको जुर्माना देना पड़ सकता है और बैंक आपके खाते से पैसे काट सकते हैं.