Property Rate Increased: हरियाणा के इन ज़िलों में फ़्लैट ख़रीदने का सपना होने वाला है चकनाचूर, प्रति वर्ग फीट बढ़ी क़ीमतों को देख आ जाएगी नानी याद

अब राज्य के कई जिलों, जैसे साईबर सिटी गुरुग्राम और औद्योगिक नगरी फरीदाबाद में फ्लैट खरीदने के लिए जेब और अधिक ढीली करनी होगी। प्रदेश सरकार ने अफोर्डेबल घरों की नीति को 4200 रुपये प्रति वर्ग फीट से 5000 रुपये कर दिया है। साथ ही बालकनी के रेट्स में भी वृद्धि हुई है।
वर्तमान रेट 1200 रुपये प्रति वर्ग फीट है, जबकि पहले 1000 रुपये प्रति वर्ग फीट था। 100 वर्ग फीट से अधिक की बालकनी भी 1.2 लाख रुपये से अधिक नहीं वसूल सकती है।
टाउन एंड कंट्री प्लानिंग डिपार्टमेंट के अडिशनल चीफ सेक्रेटरी ने इस सिलसिले में सूचना दी कि 7 जुलाई को हुई काउंसिल ऑफ मिनिस्टर की बैठक में रेट्स को बढ़ाने का फैसला किया गया था। उनका कहना था कि गुरुग्राम, फरीदाबाद, पंचकूला, पिंजौर और कालका में भी 800 रुपये प्रति वर्ग फीट की बढ़ोतरी हुई है।
एडिशनल चीफ सेक्रेटरी ने बताया कि सोहना में प्रति वर्ग फीट 3800 रुपये था, जो अब 4500 रुपये हो गया है। यह रेट्स हाई और मीडियम क्षेत्रों में रहेंगे। लो पोटेंशियल टाउन में प्रति वर्ग फीट 3800 रुपये के रेट्स हैं। वहीं फरीदाबाद और गुरुग्राम में 500 वर्ग फीट के फ्लैट पर अब 25 लाख रुपए खर्च होंगे, जबकि पहले 21 लाख रुपए था।
जमीन की कीमत में बढ़ोतरी
रियल एस्टेट कंपनियां अफोर्डेबल हाउसिंग पॉलिसी से किनारा कर रही थीं, इसलिए रेट्स को बढ़ाने की बेहद जरूरत थी, रियल एस्टेट एक्सपर्ट प्रदीप मिश्रा ने बताया। हाल ही में ये फ्लैट्स रियल एस्टेट बाजार को चाहिए हैं, लेकिन हरियाणा सरकार को रेट में इतनी तेजी से बढ़ोतरी नहीं करनी चाहिए थी।
उन्होंने कहा कि इसके अलावा, इस पॉलिसी संशोधन में अलॉटमेंट लेटर का विकल्प नहीं दिया गया है, क्योंकि मौजूदा ड्रॉ में आवेदन करने वालों का बजट प्रभावित होगा। इन रेट्स को नए परियोजनाओं में लागू करना चाहिए था।
हरियाणा सरकार ने कानून में बदलाव करके नए नियमों के अनुसार रियल एस्टेट कंपनियां फ्लैट्स के आवेदकों से भुगतान कर सकती हैं यदि फ्लैट्स का अलॉटमेंट लेटर जारी नहीं हुआ है।
ये आवेदकों को बहुत बुरा लगता है। यदि फ्लैट का क्षेत्रफल 500 वर्ग फीट है, तो उसे कारपेट क्षेत्र के लिए चार लाख रुपये अधिक देने होंगे। बालकनी के लिए दो हजार रुपये अतिरिक्त देने की जरूरत है।