हाल ही में टमाटर की कीमतों ने उपभोक्ताओं की जेब पर काफी भार डाला था। लेकिन अब स्थिति में सुधार होता दिख रहा है। पहले जहां टमाटर के दाम ने शहर के बाजारों में 100 रुपये प्रति किलो तक की ऊँचाई को छू लिया था। वहीं अब थोक बाजार में इसके दाम काफी नीचे आ गए हैं। इस माह की शुरुआत में जो टमाटर थोक मंडी में उच्चतम मूल्य पर बिक रहा था। अब उसके दाम आधे से भी कम हो गए हैं। यह खबर निश्चित तौर पर आम उपभोक्ताओं के लिए एक बड़ी राहत लेकर आई है।
दाम बढ़ने के पीछे के कारण
कुछ समय पहले तक टमाटर की कीमतें आसमान छू रही थीं। जिसके पीछे कई कारण थे। शिर्डी के पास संगमनेर क्षेत्र में जहां गर्मियों में भी नहर के चलने से टमाटर की खेती होती है। वहां से टमाटर की आवक में कमी आई थी। व्यापारी बताते हैं कि बरसात के मौसम में आमतौर पर टमाटर की आवक बढ़ जाती है। लेकिन इस वर्ष विभिन्न कारणों से आवक में देरी हुई। इसके चलते इंदौर और अन्य मंडियों में टमाटर के दाम बढ़ गए थे।

आवक बढ़ने से कीमतों में आई गिरावट
हालांकि अब स्थिति में बदलाव आया है। मंडी में टमाटर की आवक बढ़ने लगी है। जिससे कीमतों में काफी गिरावट आई है। थोक कारोबारी सलीम चौधरी के अनुसार “अब लगभग सभी गाड़ियां महाराष्ट्र के संगमनेर क्षेत्र से आ रही हैं। जहां से टमाटर की भरपूर आवक हो रही है। इस कारण से दाम भी घट रहे हैं।”
आने वाले दिनों में क्या होगा?
व्यापारियों को उम्मीद है कि थोक मंडी में आवक आगे भी बढ़ेगी। जिससे खेरची बाजार में टमाटर के दाम 25 से 30 रुपये किलो तक और घट सकते हैं। अगले कुछ हफ्तों में आसपास के क्षेत्रों की उपज भी मंडी में आने लगेगी। जिससे दामों में और अधिक गिरावट की संभावना है।
कीमतों की गिरावट का चार्ट
- 10 जुलाई: थोक मंडी में 1900 से 2000 रुपये प्रति क्रेट
- 15 जुलाई: थोक मंडी में 1400 से 1500 रुपये प्रति क्रेट
- 20 जुलाई: थोक मंडी में 1000 से 1200 रुपये प्रति क्रेट
- 30 जुलाई: थोक मंडी में 600 से 800 रुपये प्रति क्रेट