सभी बैंक क्यों बढ़ा रही है लोन ब्याज की दरे? आम आदमी पर कितना होगा असर, अगर अपने ले रखा है लोन, तो अभी इस खबर को पढ़े

बैंक लोन की जरुरत हर किसी को पड़ती है, खासकर आम आदमी को। इंसान अपनी जिंदगी में कभी न कभी तो लोन लेता है ही है, फिर चाहे वो गोल्ड लोन, होम लोन, कार लोन, किसान क्रेडिट कार्ड या फिर EMI पर फ़ोन पर तो लिया ही होगा। लेकिन आपको बता दे की सभी बैंक लोन की ब्याज दरों में बढ़ोतरी करने जा रहे है, जिससे आपको अधिक EMI चुकानी पड़ेगी।
भारतीय स्टेट बैंक (SBI), एक्सिस बैंक (Axis Bank), बैंक ऑफ बड़ौदा (BoB) और कोटक महिंद्रा बैंक (Kotak Mahindra Bank) समेत कई बैंकों ने हाल ही में अपने MCLR (मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड बेस्ड लेंडिंग रेट) में बढ़ोतरी की है। इसके चलते अब आपको इन बैंकों से कर्ज लेना महंगा पड़ेगा। बैंकों के इस फैसले से आपकी EMI में इजाफा होगा और होम, ऑटो या पर्सनल लोन लेना आपके लिए महंगा हो जाएगा। एसबीआई ने तीन साल बाद MCLR में 10 बेसिस प्वाइंट्स की बढ़ोतरी के साथ 7.1% कर दिया है, वहीं, एक्सिस बैंक, BoB और कोटक महिंद्रा बैंक जैसे लेंडर्स ने 5 bps की वृद्धि की है।
ये भी पढ़े: प्रॉपर्टी/ज़मीन के बदले लोन लेने का है इरादा? इन बैंकों में मिलेगा 8% से भी कम ब्याज पर लोन
क्या है फाइनेंस एक्सपर्ट्स की राय
एक्सपर्ट्स का कहना है कि MCLR में बढ़ोतरी से आमतौर पर लोन लेना वालो का ब्याज भुगतान बढ़ जाता है। इसका मतलब है कि रीसेट डेट आने पर ग्राहकों को अपने होम लोन के लिए अधिक ईएमआई यानि अधिक ब्याज का भुगतान करना होगा। MCLR में बढ़ोतरी से ऑटो और पर्सनल लोन के भी महंगे होने का अनुमान है। TradeSmart Chairman Vijay Singhania ने धरातल टीवी को बताया, “सबसे बड़ा डर अब हमारे सामने है. पहले ही Inflation काफी बढ़ा हुआ है, और अब इसके बाद आने वाले समय में हम जो कुछ भी इस्तेमाल करते हैं, उस पर ब्याज दरें बढ़ने की आशंका है।”
एसबीआई ने MCLR में 10 बेसिस प्वाइंट्स की बढ़ोतरी की घोषणा की है। एसबीआई की दर मार्केट में सबसे कम दरों में से एक थी। सिंघानिया ने आगे कहा, “हालांकि, एमसीएलआर की हिस्सेदारी कम हो रही है और मार्च 2021 में 62.9 प्रतिशत से घटकर दिसंबर 2021 में 53.1 प्रतिशत हो गई है। होम लोन सहित अधिकांश रिटेल लोन्स एक्सटर्नल बेंचमार्क-लिंक्ड लेंडिंग रेट्स (EBLR) में चले गए हैं,” उन्होंने कहा, “फिर भी, इस बढ़ोतरी का असर बड़ी संख्या में लोन लेने वालो को होगा।”
ज्यादा ब्याज दरों से बैंको की मार्जिन में होगा सुधार
जैसा की आप आये दिन पढ़ते हो की कोई भी बैंक लोन लेकर बहार के देश में भाग जाता है और इसका सीधा असर बैंको और आम आदमी पर होता है। क्योकि वो पैसा निकलना तो आपमें और हम में से ही है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि हायर इंटरेस्ट रेट्स बैंकों के लिए अच्छा है क्योंकि इससे उनके मार्जिन में सुधार होता है। हालांकि, अगर ब्याज दरों में बढ़ोतरी जारी रहती है तो संभावना है कि लोन की मांग कम हो जाएगी, जिससे अर्थव्यवस्था प्रभावित होगी।
MCLR लोन लेने वालों को यह चेक करना चाहिए कि क्या इससे उन्हें लोन पर बने रहने में फायदा होता है। Repo Rate Liquid Loan सस्ते होते हैं, इसलिए यदि एमसीएलआर लोन और रेपो-रेटेड लिंक्ड लोन के बीच काफी अंतर है, तो आप अपने बैंक में स्विच करने के लिए अप्लाई कर सकते हैं या बेहतर दर प्रदान करने वाले किसी अन्य लेंडर के पास जा सकते हैं।