Delhi-Katra Expressway: भारतीय परिवहन नेटवर्क में एक नया अध्याय जुड़ने जा रहा है. दिल्ली से जम्मू-कश्मीर के कटरा तक एक नया एक्सप्रेसवे बनाया जा रहा है। जो न सिर्फ यात्रा के समय को कम करेगा बल्कि यात्रियों के अनुभव को भी बेहतर बनाएगा. इस एक्सप्रेसवे के पूरा होने पर दिल्ली से कटरा तक का सफर महज 6 घंटे में पूरा हो सकेगा, जिससे माता वैष्णो देवी के दर्शनों के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं का समय काफी बचेगा.
550 किमी की लंबाई वाला एक्सप्रेसवे
इस एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 550 किलोमीटर है, जिसे 4 लेन की सुविधा के साथ डिजाइन किया गया है. इस विशाल परियोजना को नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) द्वारा विकसित किया जा रहा है, जो देश के बड़े इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स की देखरेख करता है.

दो चरणों में विकसित हो रहा प्रोजेक्ट
Delhi-Katra Expressway का निर्माण दो मुख्य चरणों में किया जा रहा है. पहला चरण दिल्ली से पंजाब के गुरदासपुर तक 398 किमी का है और पूरी तरह से ग्रीनफील्ड प्रोजेक्ट है. दूसरा चरण जो कि गुरदासपुर से कटरा तक 148 किमी का है. ग्रीनफील्ड और ब्राउनफील्ड का मिश्रण होगा. इसमें नाकोदर के पास से अमृतसर के लिए एक अलग 99 किमी का एक्सप्रेसवे भी शामिल है.
एक्सप्रेसवे के निर्माण की प्रगति
इस परियोजना को आगे बढ़ाने के लिए इसे कुल 18 पैकेजों में बांटा गया है. जिससे अलग-अलग हिस्सों पर काम को अधिक कुशलता से पूरा किया जा सके. पंजाब में पैकेज 6 का काम लगभग पूरा हो चुका है. जिसमें 30.9 किमी की दूरी पर एक्सप्रेसवे बनाया गया है और इस पर सीसीटीवी कैमरे भी लगाए जा चुके हैं.
अभी भी जारी है काम
पंजाब के पैकेज 5 पर काम अभी भी जारी है. जहां अर्थवर्क, इंटरचेंज निर्माण और सड़क बिछाने का काम तेजी से चल रहा है. यह परियोजना की प्रगति को दर्शाता है और यह भी बताता है कि कैसे यह एक्सप्रेसवे न केवल यात्रा के समय को कम करेगा बल्कि यात्रा के अनुभव को भी सुधारेगा.
क्षेत्रीय संपर्क को मजबूत करेगा यह एक्सप्रेसवे
जब यह एक्सप्रेसवे पूरी तरह से तैयार हो जाएगा, तो इससे न केवल श्रद्धालुओं को लाभ होगा. बल्कि पर्यटन और स्थानीय व्यापार को भी एक नई दिशा मिलेगी. इस प्रकार दिल्ली-कटरा एक्सप्रेसवे न सिर्फ एक सड़क परियोजना है बल्कि यह एक सांस्कृतिक और आर्थिक पहल है जो क्षेत्रीय संपर्क को मजबूत करने का काम करेगी.