भारतीय प्रीमियर लीग (आईपीएल) जो क्रिकेट का महाकुंभ माना जाता है। अब और भी दिलचस्प होने वाला है क्योंकि अडानी ग्रुप भी इस खेल की बिसात पर अपने पांव पसारने की तैयारी में है। गुजरात टाइटंस आईपीएल टीम में अपना कंट्रोलिंग स्टेक हासिल करने की दिशा में प्राइवेट इक्विटी फर्म सीवीसी कैपिटल पार्टनर्स से बातचीत चल रही है। यह कदम न केवल अडानी के लिए बल्कि आईपीएल के भविष्य के लिए भी महत्वपूर्ण साबित हो सकता है।
सौदे की संभावनाएं और अपेक्षाएं
फरवरी 2025 तक नई आईपीएल टीमों को अपनी हिस्सेदारी बेचने से रोका गया है। इस नियमन के हटने के बाद अडानी ग्रुप के इस सौदे को पूरा करने की उम्मीद है। गुजरात टाइटंस की फ्रेंचाइजी की मार्केट वैल्यू 1 बिलियन डॉलर से 1.5 बिलियन डॉलर के बीच आंकी गई है, जो कि 2021 में सीवीसी कैपिटल पार्टनर्स द्वारा 745 मिलियन डॉलर में खरीदी गई थी। यह न केवल अडानी के लिए बल्कि पूरे आईपीएल इकोसिस्टम के लिए एक महत्वपूर्ण विकास होगा।

आगे की योजनाएं और साझेदारी
सीवीसी कैपिटल पार्टनर्स का यह कदम निवेशकों के लिए लाभ कमाने और नई संभावनाओं की खोज का एक हिस्सा है। अडानी ग्रुप जो पहले से ही क्रिकेट जगत में अपनी जड़ें जमा चुका है। इस सौदे के माध्यम से अपनी उपस्थिति को और मजबूत करना चाहता है। वहीं टोरंट ग्रुप जैसे स्थानीय प्रतिस्पर्धी भी इस दौड़ में शामिल हैं। जो अडानी के लिए चुनौतीपूर्ण साबित हो सकता है।
खेल जगत में अडानी की बढ़ती भागीदारी
अडानी ग्रुप का खेल जगत में निवेश उसके व्यापक व्यावसायिक हितों का हिस्सा है। ग्रुप ने हाल ही में Women’s Premier League और UAE की International League T20 में भी निवेश किया है। जिससे उसकी खेलों में निवेश की गहरी रुचि स्पष्ट होती है। यह निवेश न केवल अडानी के लिए वित्तीय लाभ का मार्ग प्रशस्त करता है। बल्कि भारतीय खेल प्रशंसकों के लिए भी नए आयाम खोलता है।














