सोमवार का दिन सरसों के बाजार में अपेक्षित स्थिरता का ही रहा। सरसों के भाव 25-50 रुपये की सीमा के भीतर ही रहे और ज्यादातर मंडियों में सीमित दायरे में ही कामकाज होता दिखा। जयपुर में कंडीशन सरसों का भाव 6125 रुपये, भरतपुर में 5725 रुपये और दिल्ली में 5975 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुआ। केवल जयपुर में ही 20-25 रुपये की मामूली तेजी देखने को मिली। सरसों का बाजार पिछले दो महीने से स्थिर बना हुआ है और इसमें कोई बड़ा बदलाव नहीं दिखा है।
सरसों की आवक और मौजूदा स्थिति
पिछले सप्ताह सरसों की औसत आवक 3 से 3.25 लाख बोरी के आसपास रही। सोमवार को सरसों की आवक 3.50 लाख बोरी तक पहुंच गई। यह दर्शाता है कि आवक में मामूली वृद्धि हो रही है। लेकिन बाजार पर इसका कोई विशेष प्रभाव नहीं पड़ रहा है। पिछले साल 23 जुलाई को सरसों की आवक 5.25 लाख बोरी थी। जबकि इस साल यह आंकड़ा 3.50 लाख बोरी तक ही सीमित है। यह कमी भविष्य में सरसों के भाव को बढ़ावा दे सकती है।
मलेशिया में पाम तेल के भाव का प्रभाव
सोमवार के बाजार में कुछ सकारात्मक संकेत भी देखने को मिले। मलेशिया में पाम तेल के भाव 4000 रिंगिट प्रति टन के स्तर को फिर से पार कर गए हैं। यह सरसों के भाव के लिए एक अच्छा संकेत है। इसके अलावा भारत में भी तेल उद्योग को उम्मीद है कि बजट में खाद्य तेलों के आयात पर ड्यूटी बढ़ाई जाएगी। जिससे बाजार में उछाल आ सकता है।
हाजिर मंडियों के ताजा भाव
हाजिर मंडियों में सरसों के भाव स्थिर रहे। रावतसर मंडी में सरसों का भाव 5550 रुपये, बीकानेर मंडी में 5451 रुपये, श्री गंगानगर मंडी में 5682 रुपये और नागौर मंडी में 5400 रुपये प्रति क्विंटल रहा। टोंक मंडी में 5630 रुपये, अलीगढ़ मंडी में 5500 रुपये और खेरली मंडी में 5750 रुपये प्रति क्विंटल का भाव रहा। इन स्थिर भावों से यह संकेत मिलता है कि सरसों का बाजार फिलहाल स्थिर है और कोई बड़ा बदलाव नहीं दिख रहा है।
प्लांटों पर सरसों के भाव
प्लांटों में भी सरसों के भाव में मामूली तेजी देखी गई। सलोनी प्लांट पर सरसों का भाव 25 रुपये बढ़कर 6525 रुपये प्रति क्विंटल हो गया। गोयल कोटा प्लांट पर सरसों का भाव 5950 रुपये स्थिर रहा। आगरा में बीपी और शारदा प्लांट पर सरसों के भाव क्रमशः 6375 और 6350 रुपये रहे। अदानी प्लांट पर बूंदी में 6175 रुपये और अलवर प्लांट पर 6150 रुपये प्रति क्विंटल का भाव रहा।
विदेशी बाजारों की स्थिति
विदेशी बाजारों में भी खाद्य तेलों के भाव में तेजी देखने को मिली। मलेशिया में पाम तेल के भाव 4000 रिंगिट प्रति टन के स्तर को पार कर गए हैं। अमेरिका में सोया तेल के भाव में 1.22% की तेजी आई है। चीन के बाजारों में भी सोया और पाम तेल के वायदा अनुबंधों में तेजी दर्ज की गई है। बुर्सा मलेशिया डेरिवेटिव एक्सचेंज पर सितम्बर महीने के पाम तेल वायदा अनुबंध में 33 रिंगिट की तेजी आकर भाव 4014 रिंगिट प्रति टन पर बंद हुए।
तेल और खल रेट अपडेट
जयपुर में सरसों तेल कच्ची घानी और एक्सपेलर की कीमतों में सोमवार को तेजी दर्ज की गई। कच्ची घानी सरसों तेल के भाव 3 रुपये बढ़कर 1,168 रुपये प्रति 10 किलो हो गए। जबकि सरसों एक्सपेलर तेल के दाम भी 3 रुपये बढ़कर 1,158 रुपये प्रति 10 किलो हो गए। जयपुर में सोमवार को सरसों खल के भाव पांच रुपये कमजोर होकर 2,625 रुपये प्रति क्विंटल रहे।
भविष्य की संभावनाएँ
नाफेड की सरसों बिकवाली का भाव पर कोई बड़ा असर नहीं पड़ा है। विदेशी बाजारों में तेजी सरसों की कम आवक और नाफेड की बिक्री का प्रभाव नहीं दिखने के कारण भविष्य में सरसों के भाव में 200-300 रुपये की तेजी आ सकती है। अगर बजट में खाद्य तेलों पर ड्यूटी लगाने की घोषणा होती है, तो बाजार में उछाल देखने को मिलेगा। अगर ड्यूटी की घोषणा नहीं होती, तो भी सरसों के भाव में बड़ी गिरावट की संभावना कम है। बाजार सीमित दायरे में ही कारोबार करता दिख सकता है।