मानसून के आगमन के साथ ही फरीदाबाद-गुरुग्राम के बीच यात्रा करने वाले यातायात में जबरदस्त वृद्धि हुई है। इस क्षेत्र में बांधवाड़ी टोल प्लाजा पर लगने वाले भारी जाम ने न केवल यात्रा के समय को बढ़ाया है। बल्कि आम जनजीवन पर भी असर डाला है। इस परिस्थिति का संज्ञान लेते हुए, डी. सी. पी. यातायात उषा ने महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।
टोल प्रबंधन को दिया गया नोटिस और अधिकारियों की बैठक
डी. सी. पी. उषा ने टोल संग्रह कंपनी को नोटिस भेजकर टोल प्लाजा पर हो रही अव्यवस्था पर कठोर कदम उठाने का आदेश दिया है। उन्होंने कंपनी के अधिकारियों को तलब किया है और आगामी गुरुवार को एक बैठक का आयोजन किया है, जिसमें इस समस्या का स्थायी समाधान ढूंढने की उम्मीद है।

तीन मिनट से अधिक वेटिंग पर नो टोल
डी. सी. पी. उषा ने स्थानीय यातायात प्रबंधन को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं कि यदि कोई वाहन चालक तीन मिनट से अधिक समय तक लाइन में लगे रहते हैं, तो उनसे टोल शुल्क नहीं लिया जाएगा। इसके अलावा यदि टोल पर 500 मीटर से अधिक लंबा जाम होने पर भी वाहनों से टोल नहीं लिया जाएगा।
मीडिया में प्रतिक्रिया और जनता की राय
दैनिक जागरण की हालिया रिपोर्ट ‘जागो सरकार, 10 लाख वसूलने के बाद भी जाम में फंसे 50 हजार ड्राइवर’ ने इस मुद्दे को और भी प्रमुखता से उजागर किया है। इस रिपोर्ट के प्रकाशन के बाद से आम जनता और स्थानीय प्रशासन के बीच इस विषय पर चर्चा और भी गहन हो गई है।
संभावित समाधान और टेक्नोलॉजी का उपयोग
टोल प्लाजा पर फास्टैग की अनुपस्थिति इस जाम का मुख्य कारण बन रही है। फास्टैग की शुरुआत से कैश लेन-देन की समस्या समाप्त हो सकती है और यातायात का सुचारु संचालन संभव हो सकेगा। यह टोल प्लाजा पर वाहनों के निर्बाध आवागमन को सुनिश्चित करेगा और लोगों के समय की बचत करेगा।