मिर्जापुर जिले के ददरा क्षेत्र के रहने वाले राधेश्याम सिंह जो कि एक रिटायर्ड प्रवक्ता हैं ने रिटायरमेंट के बाद खेती की दुनिया में कुछ नया करने की सोची। उन्होंने अपनी खेती की शुरुआत 2017 में केले की खेती से की थी, जिसके लिए उन्हें मुख्यमंत्री द्वारा सम्मानित भी किया गया। बाद में, उन्होंने इसे आगे बढ़ाते हुए ड्रैगन फ्रूट और इटेलियन स्ट्रॉबेरी की खेती शुरू की जिससे वे आज लाखों रुपये का मुनाफा कमा रहे हैं।
ड्रैगन फ्रूट और स्ट्रॉबेरी से मुनाफे की कहानी
राधेश्याम सिंह ने बताया कि ड्रैगन फ्रूट की खेती करने में एक एकड़ जमीन पर चार से पांच लाख रुपये का निवेश आता है। यह पौधा एक बार लगने के बाद कई वर्षों तक फल देता है। उन्होंने डेढ़ एकड़ में 700 पिलर लगाए हैं और पिछले साल उन्होंने इससे 4 लाख 50 हजार रुपये का मुनाफा कमाया। इसके अलावा ड्रैगन फ्रूट की नर्सरी बेचकर उन्होंने डेढ़ लाख रुपये और कमाए। स्ट्रॉबेरी की खेती से भी उन्होंने एक बीघा में 5 से 6 लाख रुपये कमाए हैं।
स्ट्रॉबेरी में नई तकनीक और बाजार में मांग
किसान ने स्ट्रॉबेरी की खेती में भी अनोखा प्रयोग किया है। उन्होंने इटली से मदर प्लांट्स मंगाकर नई प्रजातियां विकसित कीं और इससे अच्छी खासी कमाई की। इन पौधों की बाजार में बढ़ती मांग के कारण उन्हें नर्सरी से भी अच्छा खासा मुनाफा हुआ है। ड्रैगन फ्रूट और स्ट्रॉबेरी की खेती न केवल उन्हें आर्थिक लाभ पहुंचा रही है बल्कि उनके पौधों की बिक्री से भी अच्छी आय हो रही है।