भारत का ये रेल्वे स्टेशन साल में खुलता है केवल 15 दिन, इसे देखने के लिए देशभर से आते है लोग

By Vikash Beniwal

Published on:

Anugraha Narayan Road railway station

Indian Railway: भारत में रेलवे स्टेशनों की विविधता अनोखी है. यहाँ बड़े शहरी केंद्रों से लेकर दूरदराज के गांवों तक रेलवे स्टेशन हर जगह मौजूद हैं. हर स्टेशन की अपनी खासियत होती है. लेकिन बिहार का पुनपुन घाट रेलवे स्टेशन अपनी अनोखी विशेषताओं के कारण विशेष है.

पुनपुन घाट: एक अनूठा रेलवे स्टेशन

बिहार का पुनपुन घाट रेलवे स्टेशन अपनी एक खास विशेषता के लिए प्रसिद्ध है. यह स्टेशन साल के अधिकांश समय तक सुनसान रहता है. यहां न तो आम दिनों में ट्रेनें रुकती हैं और न ही यात्री नजर आते हैं. इसका कारण यह है कि यह स्टेशन मुख्यतः पितृपक्ष के दौरान ही सक्रिय होता है.

पितृपक्ष में पुनपुन घाट का महत्व

पितृपक्ष के दौरान जब लोग अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए पिंडदान (ritual offerings) करते हैं. पुनपुन घाट स्टेशन पर बड़ी संख्या में लोग आते हैं. इस दौरान यहां विशेष ट्रेनें रुकती हैं और यह स्टेशन जीवंत हो उठता है.

रेलवे की विशेष व्यवस्था

इस वर्ष रेलवे ने 17 सितंबर से इस स्टेशन पर ट्रेनों के ठहराव का आदेश जारी किया है. ताकि पितृपक्ष में आने वाले यात्रियों को सुविधा हो सके. यह निर्णय पितृपक्ष में पुनपुन घाट आने वाले श्रद्धालुओं के लिए बहुत महत्वपूर्ण है.

Vikash Beniwal

मेरा नाम विकास बैनीवाल है और मैं हरियाणा के सिरसा जिले का रहने वाला हूँ. मैं पिछले 4 सालों से डिजिटल मीडिया पर राइटर के तौर पर काम कर रहा हूं. मुझे लोकल खबरें और ट्रेंडिंग खबरों को लिखने का अच्छा अनुभव है. अपने अनुभव और ज्ञान के चलते मैं सभी बीट पर लेखन कार्य कर सकता हूँ.