दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण इस समय अपने चरम पर है। हवा की गुणवत्ता (AQI) औसतन 450 के पार पहुंच चुकी है। इसका असर न केवल लोगों के स्वास्थ्य पर, बल्कि सड़क पर विजिबिलिटी पर भी पड़ रहा है। प्रदूषण की इस गंभीर स्थिति में कार और बाइक चलाना काफी मुश्किल हो गया है। ऐसे में जरूरी है कि हम अपनी रोजमर्रा की आदतों में बदलाव लाकर पॉल्यूशन कम करने में योगदान दें।
वाहन भी वायु प्रदूषण में अहम भूमिका निभाते हैं। हालांकि, कुछ आसान टिप्स अपनाकर गाड़ियों से निकलने वाले प्रदूषण को काफी हद तक कम किया जा सकता है।
- PUC सर्टिफिकेट का ध्यान रखें
हर पेट्रोल और डीजल गाड़ी के लिए PUC (Pollution Under Control) सर्टिफिकेट अनिवार्य है। यह सर्टिफिकेट बताता है कि आपकी गाड़ी से कितना प्रदूषण हो रहा है। अगर आपके पीयूसी सर्टिफिकेट की वैधता समाप्त हो रही है, तो तुरंत इसे रिन्यू कराएं। समय पर PUC कराने से न केवल चालान से बचा जा सकता है, बल्कि वायु प्रदूषण को भी नियंत्रित किया जा सकता है।
- समय पर कराएं गाड़ी की सर्विस
गाड़ी की समय पर सर्विस न केवल उसके परफॉर्मेंस को बेहतर बनाती है, बल्कि प्रदूषण को भी कम करती है। नियमित सर्विस से इंजन ऑयल और अन्य पार्ट्स को दुरुस्त रखा जा सकता है। पुराने इंजन ऑयल के जलने से प्रदूषण बढ़ता है। इसलिए, तय समय पर सर्विस कराना बेहद जरूरी है।
- मिलावटी फ्यूल से बचें
मिलावटी फ्यूल का इस्तेमाल न केवल गाड़ी की परफॉर्मेंस को खराब करता है, बल्कि प्रदूषण के स्तर को भी बढ़ाता है। ऐसे पेट्रोल पंप से ईंधन भरवाएं, जहां ईंधन की क्वालिटी सुनिश्चित हो। अच्छी क्वालिटी का फ्यूल गाड़ी के इंजन को साफ रखने में मदद करता है और प्रदूषण कम करता है।
- एयर फिल्टर रखें साफ
गाड़ी का एयर फिल्टर इंजन तक स्वच्छ हवा पहुंचाने का काम करता है। अगर यह गंदा हो जाए, तो इंजन को सही मात्रा में हवा नहीं मिल पाती, जिससे प्रदूषण बढ़ता है। नियमित अंतराल पर एयर फिल्टर को साफ कराना जरूरी है। इससे गाड़ी की माइलेज भी बेहतर होती है और प्रदूषण में कमी आती है।
- गाड़ी का ओवरलोडिंग से बचाव करें
गाड़ी में जरूरत से ज्यादा वजन डालने से इंजन पर दबाव बढ़ता है। इंजन को अधिक मेहनत करनी पड़ती है, जिससे ईंधन की खपत ज्यादा होती है और प्रदूषण भी बढ़ता है। इसलिए गाड़ी में जरूरत से ज्यादा सामान रखने से बचें।
वायु प्रदूषण से बचने के अन्य उपाय
दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण के बीच न केवल गाड़ी के रखरखाव पर ध्यान देना जरूरी है, बल्कि पब्लिक ट्रांसपोर्ट का अधिक से अधिक इस्तेमाल करना भी एक प्रभावी उपाय हो सकता है। इसके अलावा, इलेक्ट्रिक वाहनों को प्राथमिकता देना और कारपूलिंग का विकल्प अपनाना भी प्रदूषण को कम करने में मददगार हो सकता है।