Wine Beer: आधुनिक समाज में शराब पीने का चलन केवल पुरुषों तक सीमित नहीं रह गया है. बल्कि महिलाएं भी इसमें सक्रिय रूप से भाग ले रही हैं. पार्टियों में महिलाओं का शराब पीना अब आम हो गया है, जो कि समाजिक स्वीकार्यता के बदलाव को दर्शाता है.
शराब के नशे पर लिंग आधारित प्रभाव
वैज्ञानिकों का मानना है कि महिलाओं में शराब का नशा पुरुषों के मुकाबले जल्दी चढ़ता है (Alcohol Affects Women Faster). इसके पीछे मुख्य कारण यह है कि महिलाओं और पुरुषों के शरीर में बायोलॉजिकल अंतर होता है. जिसका प्रभाव उनके अल्कोहल मेटाबॉलिज्म पर पड़ता है.
अल्कोहल मेटाबॉलिज्म की प्रक्रिया
अल्कोहल मेटाबॉलिज्म (Alcohol Metabolism) यानी शराब को पचाने की क्षमता, महिलाओं में पुरुषों की तुलना में कम मानी जाती है. इसका मुख्य कारण शरीर में मौजूद एल्कोहल डिहाइड्रोजनेज (Alcohol Dehydrogenase, ADH) एंजाइम की मात्रा है, जो पुरुषों में महिलाओं के मुकाबले अधिक होती है.
ADH एंजाइम का कार्य
ADH एंजाइम शराब के अवशोषण को कम करता है. जिससे पुरुषों का शरीर शराब का कम अवशोषण करता है और उनमें नशा धीमी गति से होता है. वहीं महिलाओं में इस एंजाइम की कमी के कारण शराब जल्दी असर करती है और उनमें नशा जल्दी चढ़ता है.