बरेली के किला थाना क्षेत्र में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। जरी कारीगर फूल मियां जो दिनभर मेहनत करके सिर्फ ₹400-₹500 कमाते हैं को ₹114 करोड़ रुपये के आयकर बकाए का नोटिस मिला है। यह नोटिस उनके नाम पर दिल्ली में रजिस्टर्ड एक फर्जी फर्म से जुड़ा हुआ है। फूल मियां के साथ हुई इस धोखाधड़ी ने हर किसी को चौंका दिया है। इस फर्म ने 232 करोड़ रुपये का टर्नओवर कर लिया जिसमें फूल मियां का कोई लेना-देना नहीं है।
जरी कारीगर के नाम पर फर्जी फर्म का खेल
फूल मियां ने बताया कि 2018 में मोहल्ले के गुड्डू सुंदर उर्फ उवैस से उनकी मुलाकात हुई थी। गुड्डू ने बेरोजगारों को विदेश में नौकरी दिलाने का दावा किया था। उसने नन्हे उर्फ सुहैल से फूल मियां की मुलाकात करवाई जिन्होंने विदेश में नौकरी दिलाने का वादा किया।
इन लोगों ने फूल मियां से आधार कार्ड, पैन कार्ड और अन्य जरूरी दस्तावेज ले लिए। साथ ही कुछ कागजों पर उनके हस्ताक्षर भी करवा लिए। इसके बाद उनके नाम से दिल्ली में एक फर्म रजिस्टर्ड कर ली गई। इस फर्म ने सिर्फ पांच सालों में 232 करोड़ रुपये का टर्नओवर कर लिया। जब फूल मियां को फरवरी 2024 में आयकर विभाग का नोटिस मिला तो उन्हें इस पूरे मामले का पता चला।
फूल मियां को कैसे मिला ₹114 करोड़ का नोटिस?
फरवरी 2024 में आयकर विभाग से नोटिस मिलने के बाद फूल मियां ने बरेली के एसपी सिटी मानुष पारीक से संपर्क किया। एसपी सिटी ने मामले की गंभीरता को समझते हुए बताया कि यह धोखाधड़ी का मामला है। पुलिस जांच में पता चला कि इस फर्जीवाड़े में मुख्य आरोपी गुड्डू उर्फ उवैस, नन्हे उर्फ सुहैल और दिल्ली निवासी आसिफ खान उर्फ अब्दुल रज्जाक हैं।
पुलिस जांच और आरोपियों की तलाश
पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी, जालसाजी और फर्जी दस्तावेज तैयार करने का मामला दर्ज कर लिया है। फिलहाल, आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि यह फर्जीवाड़ा एक संगठित गिरोह द्वारा अंजाम दिया गया हो सकता है। अगर जांच में और आरोपियों के नाम सामने आते हैं तो उन्हें भी गिरफ्तार किया जाएगा।