EV Battery Life: जैसे-जैसे पेट्रोल की कीमतें आसमान छू रही हैं. भारतीय बाजार में इलेक्ट्रिक वाहनों (electric vehicles) खासकर इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों की बिक्री में जबरदस्त बढ़ोतरी देखी जा रही है. इस वृद्धि के पीछे मुख्य कारण ईंधन की बढ़ती लागत और उपभोक्ताओं का पर्यावरण के प्रति जागरूक होना है.
दोपहिया वाहनों की बढ़ती प्राथमिकता
इलेक्ट्रिक सेगमेंट में दोपहिया वाहन (two-wheeler segment) सबसे अधिक लोकप्रिय होते जा रहे हैं. इनमें से ई-स्कूटरों की मांग सबसे ज्यादा है. क्योंकि ये न केवल पर्यावरण के लिए बेहतर हैं. बल्कि इन्हें चलाना भी काफी किफायती पड़ता है. ई-स्कूटर के उत्पादन में तकनीकी विकास और उपभोक्ता मांग में वृद्धि ने इस वर्ग को और भी आकर्षक बना दिया है.
बैटरी ऑप्शन और इनोवेशन
अलग-अलग बैटरी ऑप्शन (battery options) की उपलब्धता ने ई-स्कूटरों को और भी आकर्षक बना दिया है. वाहन निर्माता अब विभिन्न क्षमताओं और रेंज के बैटरी पैक की पेशकश कर रहे हैं, जो कि उपभोक्ताओं को अपनी जरूरत के अनुसार विकल्प चुनने की सुविधा देते हैं. ये बैटरी पैक कई परीक्षणों के बाद लगाए जाते हैं और इन पर वारंटी (extended warranty) भी दी जाती है.
बैटरी की लाइफ
आमतौर पर एक इलेक्ट्रिक स्कूटर की बैटरी 5 से 7 साल या 60,000 से 80,000 किलोमीटर तक बिना किसी परेशानी के चल सकती है. हालांकि यदि कोई खराबी आती है तो चार्जिंग टाइम में बढ़ोतरी और ड्राइविंग रेंज में कमी (reduced driving range) जैसे संकेत मिलने लगते हैं.
इलेक्ट्रिक स्कूटर खरीदते समय ध्यान देने योग्य बातें
यदि आप इलेक्ट्रिक स्कूटर खरीदने की योजना बना रहे हैं, तो कुछ महत्वपूर्ण टिप्स आपके काम आ सकते हैं. इनमें बैटरी की गुणवत्ता, बैटरी वारंटी, स्कूटर की रेंज और सर्विस नेटवर्क की उपलब्धता शामिल हैं. इसके अलावा अलग-अलग मॉडलों की तुलना करना और उपयोगकर्ता समीक्षाओं को पढ़ना भी उपयोगी हो सकता है.